Special Story

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

ShivFeb 23, 20252 min read

रायपुर। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत ने चिर-प्रतिद्वंदी…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

ShivFeb 23, 20251 min read

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोपाल आगमन पर रविवार को उनका…

February 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

भुईया पोर्टल में नहीं मिल रहा जमीन और घर का रिकॉर्ड, रजिस्ट्री कराने भटक रहे लोग, अधिकारी दे रहे NGDRS में अपलोड होने का हवाला

रायपुर। राजधानी में हजारों लोगों की जमीन और मकान ऑनलाइन रेवेन्यू रिकॉर्ड में नहीं दिखाने से लोग परेशान हैं. इसके चलते जमीन की रजिस्ट्री नहीं करा पा रहे. ऑनलाइन रिकॉर्ड में तो राजधानी से लगा केंद्री गांव का रिकॉर्ड पूरी तरह गायब है. ऑनलाइन भुईया पोर्टल से सिर्फ रायपुर तहसील के 1500 से ज्यादा खसरे विलोपित हो गए हैं. इस संबंध में पटवारियों ने एसडीएम को भी रिपोर्ट दी है.

बता दें कि बीते एक माह से भुईया पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है. इसके बाद भी कई दिक्कतें सामने आ रही है. खसरा नंबरों का डिजिटल सिग्नेचर करने के बाद सिग्नेचर हट जा रहा है. पीडीएफ भी नहीं बन रहा है. रजिस्ट्री करने के बाद नामांतरण के समय क्रेता-विक्रेता एवं प्रस्तावित भूमि स्वामी के नाम में अंतर आ रहा है. भूईया साफ्टवेयर में जब भी नया वर्जन एनआईसी द्वारा शुरू किया जाता है तब बहुत से खातों में विसंगतियां उत्पन्न हो जाती है. इन विसंगतियों का पटवारी आईडी में सुधार का विकल्प नहीं है.

जल्द सुधार कर लिया जाएगा : एसडीएम

रायपुर एसडीएम देवेंद्र पटेल ने बताया, सभी तहसीलों से 400 विलोपित खसरों की अभी तक सूची मिली है. इनके सुधार की प्रक्रिया की जा रही है. जल्द ही सुधार कर दिया जाएगा.

रिकॉर्ड अपलोड करने का चल रहा काम : रजिस्ट्रार

इस मामले में नवा रायपुर के रजिस्ट्रार संजय श्रीवास्तव ने बताया, कई गांवों का रिकॉर्ड अभी ऑनलाइन अपलोड नहीं हुआ है. अभी NGDRS में रिकॉर्ड अपलोड करने का काम चल रहा है. 10-15 दिनों में रिकॉर्ड अपलोड हो जाएगा. इसके बाद ही किसी भी जमीन की रजिस्ट्री हो जाएगा. नए सिस्टम में रिकॉर्ड अपलोड नहीं होने से 40 गांवों के लोग परेशान हैं.