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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लालबाग में चल रहे मालवा उत्सव में हुये शामिल

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ShivMay 11, 20252 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को इंदौर के ऐतिहासिक…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव “द चेंजमेकर कॉन्क्लेव” में हुए शामिल

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ShivMay 11, 20252 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में आयोजित “द चेंजमेकर कॉन्क्लेव” में विभिन्न…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव सामूहिक आदर्श विवाह समारोह में हुए शामिल

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ShivMay 11, 20252 min read

रायपुर।    उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज महासमुंद जिले के…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव कर्मा माता मंदिर प्राण प्रतिष्ठा एवं सम्मान समारोह में हुए शामिल

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ShivMay 11, 20252 min read

रायपुर।  उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज महासमुंद के बसना विकासखंड…

तेज रफ्तार स्कॉर्पियो बिजली खंभा तोड़ते हुए टकराई दीवार से, शादी से लौट रहे 7 लोग घायल…

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ShivMay 11, 20251 min read

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में आज एक भीषण सड़क दुर्घटना…

May 12, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

राजधानी की बेटियों ने बनाए वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, 3 साल की भविशा ने 141 सेकेण्ड में सुनाए 100 देशों की राजधानियों के नाम

रायपुर।    राजधानी रायपुर की दो सगी बहनों ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है. 6 साल की भव्या और 3 साल की भविशा कोटडिया दोनों ही बहने बहुत अद्भुत है. नन्ही सी भविशा कोटडिया ने 2 मिनट और 21 सेकंड के आश्चर्यजनक समय में 100 देशों की राजधानियों के नाम सुनाकर विश्व रिकार्ड बनाया है.

भविशा कोटडिया

भविशा ने यह इतिहास 26 फरवरी 2024 को रचा, जब वह महज 2 साल, 11 महीने और 10 दिन की थी. उसने 141 सेकेंड में 100 देशों की राजधानियों के नाम बताकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.

भव्या कोटडिया

वहीं 28 फरवरी को भव्या कोटडिया की उम्र केवल 6 साल, 3 महीने और 5 दिन की थी, जब उसने 1 मिनट और 35 सेकंड के आश्चर्यजनक समय में 50 आविष्कारों और आविष्कारक का नाम सुनाकर वर्ड रिकॉर्ड बनाया.

ऐसे बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

भविशा और भव्या के लिए विश्व रिकॉर्ड तोड़ने का सफर आसान नहीं था. अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और घंटों समर्पित अभ्यास के साथ, दोनों बहनों ने अपनी याद रखने के शक्ती (मैमोरी पॉवर) को बढ़ाया और कठिन जानकारियों को आसानी से याद करने की कला में महारथ हासिल की. जानकारी को बनाए रखने और जरूरत पड़ने पर तुरंत उसे पुनः प्राप्त करने की उनकी क्षमता ने भविशा और भव्या को अपने साथियों से अलग बना दिया और उनकी रिकॉर्ड- ब्रेकिंग उपलब्धि का मार्ग प्रशस्त किया. कोटडिया बहनों की रिकॉर्ड ब्रेकिंग उपलब्धि ने उन्हें वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में एक अच्छी-खासी पहचान दिला दी है.