Special Story

मध्यप्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

मध्यप्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMay 28, 20255 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के…

दोस्तों के साथ एनीकट में नहाने गए दो बच्चे डूबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, घटनास्थल पर जुटी भारी भीड़

दोस्तों के साथ एनीकट में नहाने गए दो बच्चे डूबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, घटनास्थल पर जुटी भारी भीड़

ShivMay 28, 20251 min read

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां…

May 28, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

रायपुर: 6 गायों की संदिग्ध मौत, पुलिस के साथ पहुंचे गौ सेवक… जांच शुरू

रायपुर।  राजधानी के इंडस्ट्रियल एरिया उरला से लगे ग्राम कन्हैरा में शमशान घाट के पास आज 6 गायों के शव मिले हैं. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गौवंशों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. आशंका जताई जा रही हैं कि गौवंशों की मौत वहां फेंके गए औद्यौगिक अपशिष्ट खा लेने से हुई होगी. गायों की संदिग्ध तरीके से मौत को लेकर पशु प्रेमी और गौ-सेवकों समेत ग्रामीणों में आक्रोश है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

कांग्रेस ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि सरकार के लापरवाही के कारण राजधानी में 50 गायों की मौत हो गई है. शासकीय गोदाम के सड़े गले सामानों को फेंका गया, जिसे गायों ने खा लिया, उससे गायों की मौत हो गई. उन्होंने आगे कहा कि गांव में गौठान हैं, लेकिन बंद कर दिया गया है. गौठानों को बंद नहीं किया जाता, तो गायों के चारा-पानी की व्यवस्था होती. इस मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है.

मंत्री रामविचार नेताम ने पशुपालकों से की अपील

गायों के मौत को लेकर प्रदेश के मंत्री रामविचार नेताम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गर्मियों में चारे और पानी की समस्या बढ़ जाती है, जिससे बेसहारा गायें इधर-उधर भटकती रहती हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिनके पास गायें हैं, वे उन्हें सुरक्षित रखें और उनकी देखरेख करें. मंत्री नेताम ने बताया कि राज्य सरकार ने घुमंतू गायों के संरक्षण के लिए गौ अभयारण्य योजना शुरू की है, जिसके तहत इन बेसहारा पशुओं को शरण दी जाएगी.