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तीन नर कंकाल मामले में एसपी की बड़ी कार्रवाई, थाना प्रभारी लाइन अटैच

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ShivNov 16, 20242 min read

बलरामपुर।  छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में 15 नवंबर को एक खेत…

November 17, 2024

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मात्रा नहीं, गुणवत्ता लीक से हटकर, ये नई शिक्षा नीति का सार: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

इंदौर।  केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया के हर क्षेत्र में अव्वल बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सजा की बुनियाद मजबूत होनी चाहिए. इसी दिशा में वर्ष 2020 में नई शिक्षा नीति लायी गयी। इसमें क्वांटिटी नहीं क्वालिटी, रूढ़िवादिता की जगह आउट-ऑफ-द-बॉक्स लोकाचार बनाया गया। यह गर्व की बात है कि मध्य प्रदेश इस नीति को लागू करने वाला देश में पहला राज्य था। इससे अगले 25 वर्षों में देश के छात्र दुनिया के छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। यह भी गर्व की बात है कि मध्य प्रदेश ने यहां के विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई करने का अवसर प्रदान किया है। इसका उद्देश्य सभी वर्ग के लोगों को मंच देखकर समान अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय के सभी निर्धारित मापदण्डों की पूर्ति के संबंध में जानकारी ली है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में देश में मध्य प्रदेश का नाम रोशन करने में सफल होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि इन उत्कृष्ट महाविद्यालयों की विशेषता यह है कि इनमें नई शिक्षा नीति के अनुरूप सभी पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे और ये महाविद्यालय सभी संसाधनों से सुसज्जित होंगे। इससे युवा पीढ़ी को फायदा होगा.

मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को कागजी प्रशिक्षण के बजाय व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया गया है, जो जीवन में बदलाव के लिए आवश्यक है। यह प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय युवाओं के जीवन की दिशा तय करेगा। श्री शाह के हाथों इन महाविद्यालयों का उद्घाटन होना गौरव एवं गौरव की बात है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी मालवा की भूमि पर ही रहकर 64 कलाओं, 18 पुराणों, 14 विद्याओं और चार वेदों की दीक्षा प्राप्त की थी। छह महीने से भी कम समय में इन कॉलेजों का औपचारिक उद्घाटन सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने छात्रों को सभी 55 कॉलेजों में शुरू किये गये विभिन्न पाठ्यक्रमों और लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से किये गये विकास कार्यों से अवगत कराया.

उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने प्रदेश के सभी प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों, उपलब्ध संसाधनों, संकायों के संचालन के लिए मानव संसाधनों और यहां विकसित किये जा रहे स्कूलों की जानकारी दी।

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, सांसद कविता पाटीदार, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला साथ में अन्य जनप्रतिनिधी एवं संभागायुक्त दीपक सिंह, आईजी अनुराग, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।

इससे पहले, केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने परिसर में मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी कॉलेज के काउंटर का उद्घाटन किया और प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय पर पुस्तिका के साथ भारतीय ज्ञान परंपरा कोष का शुभारंभ किया। इस दौरान प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय पर एक वीडियो फिल्म भी दिखाई गई। एसीएस उच्च शिक्षा श्री के.सी. गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।