बागेश्वर धाम वाले पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- छत्तीसगढ़ में भी होनी चाहिए शराबबंदी
रायपुर। मध्यप्रदेश में धार्मिक नगरों में शराब बंदी की घोषणा पर मुख्यमंत्री मोहन यादव की तारीफ करते हुए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हुआ है. छत्तीसगढ़ में भी शराबबंदी होनी चाहिए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बहुत ही सरल और सज्जन व्यक्ति हैं. मैं उनसे राजिम में होने वाले कुम्भ के दौरान शराबबंदी पर बातचीत करूँगा.
निजी कार्यक्रम में रायपुर पहुंचे पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की बात कहकर एक बार फिर से हाशिए पर चले गए मुद्दे को गरमा दिया है. इसके पहले शराबबंदी की तपिश पूर्ववर्ती भूपेश बघेल की सरकार पांच सालों तक झेलती रही थी, और इस हवा देने वाले कोई और नहीं बल्कि भाजपा के नेता ही थे, जो बार-बार घोषणा पत्र में शराबबंदी को शामिल करने के बाद भी उसे लागू नहीं करने पर कांग्रेस सरकार को कोसा करते थे.
हालांकि, भाजपा ने छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की घोषणा कभी नहीं की, लेकिन मध्यप्रदेश में जिस तरह का माहौल बना, उसकी वजह से मुख्यमंत्री मोहन यादव को मध्यप्रदेश के 17 धार्मिक स्थलों और नगर परिषद क्षेत्रों में शराब की सभी दुकानों को बंद करने का फैसला लेने पड़ा. इनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मैहर और अमरकंटक जैसे प्रमुख धार्मिक स्थान शामिल हैं. इसके साथ ही नर्मदा नदी के किनारे 5 किलोमीटर के दायरे में शराबबंदी की नीति को सख्ती से लागू रखने का फैसला किया गया है.
अगर पं. धीरेंद्र शास्त्री जैसे धार्मिक संत पुरुष शराबबंदी की बात छत्तीसगढ़ में भी उठाने लगे तो छत्तीसगढ़ की साय सरकार पर भी दबाव पड़ना स्वाभाविक है. अब धीरेंद्र शास्त्री के बयान और राजिम कुंभ के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात के दौरान क्या बात सामने आती है, यह भविष्य के गर्भ में है.