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आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित सामग्री की होगी गुणवत्ता जांच, 15 दिन में मांगी गई रिपोर्ट

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ShivMay 19, 20252 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित…

सेंट्रल जेल में बंद युवक की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

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ShivMay 19, 20251 min read

बिलासपुर। सेंट्रल जेल में बंद 22 वर्षीय युवक कन्हैया सोनी…

खेत में लगी प्याज की फसल बचाने गए दंपति पर गिरी आकाशीय बिजली, मौके पर हुई मौत

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ShivMay 19, 20251 min read

कवर्धा।  छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में रविवार को तेज आंधी,…

हृदय स्थल जयस्तंभ चौक की LED हुई चकनाचूर, रिफ्लेक्शन से दुर्घटना की आशंका

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ShivMay 19, 20251 min read

रायपुर।  राजधानी रायपुर का ह्रदयस्थल कहे जाने वाला जयस्तंभ चौक…

May 19, 2025

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संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने अनशन पर बैठे राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक, फर्जी नियुक्ति का लगाया आरोप

खैरागढ़-  नैक टीम की ओर से इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ काे सी रैंक दिए जाने का मामला थमा नहीं है की एक और मामला सामने आया है. छुईखदान के राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर यादव ने विवि के कुलपति ममता चंद्राकर पर फर्जी नौकरी करने का आरोप लगाया है. कुलपति को हटाने की मांग को लेकर बीआर यादव अब अनशन में बैठे हैं. उनका कहना है कि जब तक मांग पूरा नहीं होगा तब तक यह जारी रहेगा.

बीआर यादव ने बताया कि राजभवन की ओर से जारी विज्ञापनों के अनुसार कुलपति पद पर नियुक्त होने वाला व्यक्ति अकादमिक हो और संबंधित के पास प्राध्यापक प्रोफ़ेसर पद पर 10 वर्षों का कार्यानुभव होना आवश्यक है, लेकिन ममता के पास एक दिन का भी अनुभव नहीं है. कुलपति ममता चंद्राकर की नियुक्ति असंवैधानिक है. उनका कार्यकाल 2 दिसंबर 2023 तक समाप्त हो गया है. उसके बाद भी इसका एक्सटेंशन नहीं हुआ है. पहले इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को A वर्ग की मान्यता थी पर अब वह C वर्ग हो गया है. इस स्थिति में बाहर से बच्चे कैसे आएंगे, क्योंकि उसकी रेटिंग गिर गई है. ये सब कुलपति के कारण हुआ है.

बीआर यादव ने जनसूचना अधिकारी इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय को सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत 4 जनवरी 2024 को आवेदन प्रस्तुत कर जानकारी मांगी थी, लेकिन जनसूचना अधिकारी ने सूचना का अधिकार अधिनियम का अवहेलना करते हुए जानकारी नहीं दी. उन्होंने बताया, हम चार बार कुलपति को हटाने के लिए अपना आपत्ति प्रस्तुत किए हैं. इसके बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जिसके कारण हम अनशन में बैठे हैं. जब तक मांग पूरा नहीं होगा तब तक यह जारी रहेगा.