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नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025: कांग्रेस ने प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम का किया गठन, जानिए किसे मिली क्या जिम्मेदारी

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025: कांग्रेस ने प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम का किया गठन, जानिए किसे मिली क्या जिम्मेदारी

ShivJan 20, 20251 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों…

January 20, 2025

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प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण: बेघर को मिल रहा है खुद का घर

रायपुर-  महल हो या झोपड़ी अपना घर अपना होता है, हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि छांव के लिए उसका एक खुद का घर हो। स्वयं का घर होने से कई सारे फायदे है, अपना घर व्यक्ति को वित्तीय सुरक्षा देता है। एक घर को अपना घर कहने में जो गौरव की अनुभूति होती है, इसी सपने सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की भलाई के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की जा रही है।

प्रधानमंत्री आवास योजना का मुख्य लक्ष्य है कि गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले हर परिवार को अपना खुद का घर मिल सके ताकि उन्हे किराया के घर नहीं लेना पड़े। भारत सरकार के इसी उददेश्य को पूर्ण करने की दिशा में छत्तीसगढ़ में भी विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली राज्य शासन द्वारा इस महत्वकांक्षी योजना को शत् प्रतिशत् पूर्ण करने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। नगरों व ग्रामीण इलाकों में रहने वाले निर्धन लोगों को उनकी क्रयशक्ति के अनुकूल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् घर प्रदान किये जा रहे हैं।

इसी कड़ी में राज्य के जशपुर जिले के दुलदुला विकासखण्ड के ग्राम दुलदुला निवासी केश्वर राम को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत पक्का आवास मिला है। जब इन्हें आवास मिला तो उसने इस योजना की महत्व को समझते हुए आवास को बड़ी ही उत्सुकता लगन के साथ अनुदान राशि और स्वयं के पास के बचत राशि को मिला कर बहुत ही सुंदर एवं समय पर पक्का आवास बनाया। उसने शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं को शत् प्रतिशत् पूर्ण कर ग्राम पंचायत एवं शासन का सहयोग कर गौरन्वित का कार्य किया है। केश्वर के परिवार में इनकी पत्नी जुगनी बाई, 1 पुत्र और 2 पुत्री निवासरत है। केश्वर को आवास 2019-20 में स्वीकृत हुई थी जो कि अब पूर्ण हो चुका है। पक्का आवास बन जाने से अब केश्वर का परिवार चिंतामुक्त और खुशाल जीवन यापन कर रहे है। पहले इनका परिवार एक छोटा सा कच्चा एवं जर्जर मकान में रहकर मजदूरी एवं खेती का कार्य करके अपना परिवार का भरण पोषण करते थे। कच्चे मकान में अपने पत्नी और बच्चों के साथ मुश्किल से जीवन यापन कर रहे थे। कच्चे जर्जर मकान में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता था, जैसे बारिश के मौसम में छत से पानी टपकना, जमीन पर सिलन आना, हर साल घर के छत के लकड़ी को बदलना और जहरीली जीव जंतु से डर का भय बना रहता था।

केश्वर प्रसाद और उनका परिवार पक्का मकान मिलने से खुशी-खुशी जीवन यापन कर रहे है। इन्हें स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय, उज्ज्वला योजना के तहत गैस एवं अन्य सरकारी सुविधाओं का भी लाभ मिल रहे है और उन्होंने प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।