Special Story

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों के हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार…

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों के हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार…

ShivApr 19, 20251 min read

दुर्ग।   छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस को नशे के…

बड़े पैमाने पर IAS अफसरों का तबादला, कई जिलों के बदले गए कलेक्टर, देखें लिस्ट …

बड़े पैमाने पर IAS अफसरों का तबादला, कई जिलों के बदले गए कलेक्टर, देखें लिस्ट …

ShivApr 19, 20251 min read

रायपुर।    राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर आईएएस अफसरों…

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, कई जगहों के बदले गए थाना प्रभारी, देखें लिस्ट …

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, कई जगहों के बदले गए थाना प्रभारी, देखें लिस्ट …

ShivApr 19, 20251 min read

बलौदाबाजार। बलौदाबाजार पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल हुआ है, जिसमें…

April 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

भूपेश बघेल की सीएम को चिट्ठी पर सियासत : भाजपा प्रवक्ता देवलाल ने कहा –

रायपुर।   पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को लिखी गई चिट्ठी पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं कई बार संविधान का उल्लंघन करते रहे हैं. लोकतंत्र का मजाक बनाते रहे हैं. कई कानूनी प्रक्रियाओं में बाधा खड़ी करते रहे हैं. ऐसे में कम से कम उन्हें संविधान, लोकतंत्र, न्याय व्यवस्था, कानून व्यवस्था पर बोलने का नैतिक अधिकार बिल्कुल नहीं है.

ठाकुर ने कहा कि किसी भी आरोपी के घर जाकर भीड़ लेकर बैठ जाना संविधान में कहां लिखा हुआ है. आरोपियों का संरक्षण करना, उनकी वकालत करना संविधान में कहां लिखा हुआ है. भूपेश बघेल सहित पूरी कांग्रेस संविधान और लोकतंत्र की बात करती है, लेकिन इस संविधान द्वारा शक्ति प्राप्त संस्थाओं का मजाक बनाती है.

भाजपा प्रवक्ता ठाकुर ने आगे कहा, भूपेश बघेल ने जिनको चिट्ठी लिखी है ऐसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को जन सेवा का लंबा अनुभव प्राप्त है. संगठन में रहने का अनुभव, मंत्री के रूप में कार्य करने का अनुभव, विधायक, सांसद आदि दायित्वों का दशकों निर्वहन करने के बाद अब उन्हें राज्य में मुखिया के रूप में कार्य करने का अनुभव प्राप्त है. वे सहज, सौम्य और शिष्ट नेता के रूप में जाने जाते हैं. उनका कद बहुत बड़ा है. उन्हें कम से कम उन लोगों से सीखने की जरूरत नहीं है, जो खुद असंवैधानिक कृत्यों में लिप्त हैं. राज्य में कानून को अपना काम करने की खुली छूट है. विष्णु के सुशासन में कानून न किसी से भेदभाव करेगा, ना किसी के दबाव में आएगा. संविधान ने जो करने को कहा है वही करेगा. भूपेश बघेल को स्वयं ही सुनिश्चित करना चाहिए कि वह कानूनी प्रक्रियाओं में बाधा उत्पन्न कर अपनी राजनीतिक रोटियां ना सेकें.