जहरीली चुनावी शराब : लोफंदी में 9 ग्रामीणों की मौत कैसे हुई ? पता लगाने आज पहुंचेगी कांग्रेस जांच समिति
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बिलासपुर। बिलासपुर के लोफंदी गांव में महुआ शराब पीने से हुई 9 ग्रामीणों की मौत के मामले में आज कांग्रेस की जांच समिति प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेगी. समिति मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर मौत के कारणों का की जांच करेगी. वहीं फूड पॉइजनिंग या जहरीली शराब के सेवन से मौत की आशंका जताई जा रही है.
यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि क्या चुनाव में बंटने वाली शराब का सेवन करने से ग्रामीणों की मौत हुई थी. बता दें कि इस घटना में पांच ग्रामीण गंभीर रूप से बीमार हैं, जिनका अस्पताल में इलाज हैं.
कांग्रेस की 6 सदस्यीय समिति करेगी जांच
कांग्रेस पार्टी ने मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति का गठन किया. जिसमें विधायक दिलीप लेहरिया को संयोजक बनाया गया. इसमें कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, डीसीसी ग्रामीण विजय केशरवानी, पूर्व विधायक बिल्हा सियाराम कौशिक, पूर्व विधायक तखतपुर रश्मि सिंह एवं बेलतरा के पूर्व विधायक प्रत्याशी राजेंद्र डब्बू साहू शामिल हैं.
क्या है पूरा मामला
बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र के लोफंदी में जहरीली महुआ शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई. जबकि 4 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है. जिनमें से एक राजकुमार पटेल को रायपुर रेफर किया गया है. हालांकि प्रशासन इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहा है, वहीं मौत की असल वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ होगी. ग्रामीणों के मुताबिक बीते बुधवार को पहले एक की मौत हुई, फिर दो लोगों की जान गई, तब बीमारी समझकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया था. शुक्रवार की रात एक साथ चार लोगों की मौत हुई, तब कई दिनों से महुआ शराब पीने की सूचना मिली. ग्रामीणों का कहना है कि 9 लोगों की मौत हुई है, जबकि चार लोग अंजनी पटेल, डोमरा पटेल, गोलू देवांगन, बबलू पटेल, बुटीक पटेल सिम्स में भर्ती हैं.
इन लोगों की हुई मौत
देव कुमार पटेल (45 वर्ष)
शत्रुहन देवांगन (40 वर्ष)
कन्हैया लाल पटेल (60 वर्ष)
कोमल प्रसाद लहरे (56 वर्ष)
बलदेव पटेल (52 वर्ष)
कोमल देवांगन ऊर्फ नानू
रामूराम सुनहले (50 वर्ष)
पवन कश्यप
बुधराम पटेल