Special Story

स्टंटबाजी करने वाले युवक पर पुलिस ने ठोका जुर्माना 

स्टंटबाजी करने वाले युवक पर पुलिस ने ठोका जुर्माना 

ShivMar 28, 20252 min read

रायपुर।  यातायात पुलिस रायपुर ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो…

बीकानेर में राष्ट्रीय अधिवेशन: संघ के प्रतिनिधियों ने डीआरएम रायपुर को सौंपा ज्ञापन

बीकानेर में राष्ट्रीय अधिवेशन: संघ के प्रतिनिधियों ने डीआरएम रायपुर को सौंपा ज्ञापन

ShivMar 28, 20252 min read

रायपुर।   बीआरएमएस (भारतीय रेलवे मजदूर संघ) के बीकानेर में आयोजित…

March 28, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

भिलाई डीपीएस मामले में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

रायपुर। कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश में सियासत गर्म है. सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष की कांग्रेस पार्टी के बीच वार पलटवार का दौर जारी है. इसी बीच भिलाई में 4 साल की मासूम के साथ दुराचार के मामले को लेकर आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्यपाल रामेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चिट्ठी लिखा है. उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यपाल डेका और मुख्यमंत्री साय से मुलाकात का समय मांगा है.

बता दें, बीते शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने भी प्रेस कांफ्रेस कर प्रदेश में हो रहे अपराधों के खिलाफ कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने डीपीएस स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ दुराचार के मामले में पुलिस प्रशासन की भूमिका और राज्य सरकार पर भी सवाल खड़े किये थे, जिसके बाद अब पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल डेका और सीएम साय से मुलाकात का वक्त मांगा है.

पूर्व सीएम बघेल ने आरोप लगाया है कि राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. चोरी, लूट, हत्या जैसी घटनाएं तो आम हो गई है, सामूहिक दुष्कर्म की घनटाएं भी निरंतर घटित हो रही है. लेकिन सरकार इन घटनाओं को रोक पाने में विफल रही है.

वहीं पूर्व सीएम बघेल के इस बयान का पलटवार करते हुए भाजपा नेता अनुराग सिंह ने कहा था कि इस मामले में भूपेश बघेल को राजनीति नहीं करनी चाहिए. संवेदनशील मामलों में कानून अपना काम सख्ती से करती है. और रहा सवाल कानून व्यवस्था को लेकर तो प्रदेश में कानून का राज है, साय सरकार का सुशासन है. कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था का हाल कैसा था किसी से छिपा नहीं है. कांग्रेस सरकार में तो किसी भी मामले में सुनवाई ही नहीं होती थी. सबसे खराब व्यवस्था कांग्रेस की सरकार में थी. भूपेश बघेल को अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए.