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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुजरात के मुख्यमंत्री से सौजन्य भेंट की

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ShivNov 19, 20241 min read

अहमदाबाद।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुजरात प्रवास के दौरान…

मध्यप्रदेश बनेगा आईटी और साइंस का नया हब: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivNov 19, 20244 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश…

तीन दिन की धान खरीदी में आकड़ा 3 लाख टन के पार, किसानों को 502.53 करोड़ रूपए का हो चुका भुगतान

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ShivNov 19, 20242 min read

रायपुर।     खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास…

November 19, 2024

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Home » PCC चीफ बैज बोले – विधानसभा सत्र की तिथि बढाएं, CGPSC मामले की निष्पक्ष जांच हो, राजधानी में बढ़ते अपराध पर भी सरकार को घेरा…

PCC चीफ बैज बोले – विधानसभा सत्र की तिथि बढाएं, CGPSC मामले की निष्पक्ष जांच हो, राजधानी में बढ़ते अपराध पर भी सरकार को घेरा…

रायपुर।     विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. इस बार शीतकालीन सत्र की अवधि 4 दिन होने पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, विधानसभा सत्र की तिथि घोषित हो गई है. 4 दिन का समय काफी कम है क्योंकि मुद्दे ज्यादा हैं. जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. हम सड़क से लेकर सदन तक जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं. विधानसभा सत्र की तिथि बढ़ना चाहिए. हम इसकी मांग करते हैं. वहीं सीजीपीएससी मामले में बैज ने कहा, निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए. बदले की भावना से जांच नहीं होनी चाहिए.

रायपुर में डबल मर्डर मामले में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा, दीपावली के बाद ही 17 से अधिक घटनाएं हुई है. एक को पुरानी बस्ती में जिन्दा जलाया गया. विधानसभा क्षेत्र में डबल मर्डर का मामला आया है. अपराध पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. इनसे प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है.

सीजीपीएससी मामले में बैज ने कहा – निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए

CGPSC मामले में टामन सोनवानी की गिरफ्तारी पर बैज ने कहा, कोई गड़बड़ी है तो निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए. जिस तरीके से सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर पूरे सरकार को बदनाम करने का काम किया, अगर कोई वास्तव में गड़बड़ी है तो निश्चित रूप से निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए, लेकिन राजनीतिक बदले की भावना से जांच नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस का कार्यकाल ही नहीं, पिछले 15 साल में बहुत सारे गोलमाल हुए हैं. बहुत सारे अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरीके का काम हुआ है. क्या सरकार पिछले 15 सालों को कभी जांच कराएगी? राजनीतिक बदले की भावना से काम नहीं होना चाहिए. अगर कोई दोषी है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.