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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री आनंद सर मंदिर परिसर में दर्शन कर सरोवर में पुष्प अर्पित किए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री आनंद सर मंदिर परिसर में दर्शन कर सरोवर में पुष्प अर्पित किए

ShivApr 11, 20252 min read

भोपाल।    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को श्री आनंदपुर धाम…

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उन्नत और समृद्ध रही है प्राचीन भारतीय वास्तुकला : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivApr 11, 20253 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्राचीनकाल…

संत, महात्मा ज्ञान और सन्मार्ग के हैं प्रेरणा पुंज : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivApr 11, 20253 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार…

शिक्षा ही है विकास का मूलमंत्र- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

शिक्षा ही है विकास का मूलमंत्र- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivApr 11, 20254 min read

रायपुर।   शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा के बिना…

April 12, 2025

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पंचायत की राशि का खेला: पूर्व सरपंच और सचिव पर फर्जी बिलों से राशि आहरण करने का आरोप, ग्रामीण ने कलेक्टर से की शिकायत

बालोद। बालोद जिले के ग्राम पंचायत (बी.) जामगांव के तत्कालीन सरपंच और सचिव पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए एक ग्रामीण ने कलेक्टर से लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. शिकायतकर्ता दयाराम देवांगन ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि पंचायत को 15वें वित्त आयोग से 32 लाख रुपये प्राप्त हुए थे, लेकिन पंचायत द्वारा 62 लाख रुपये व्यय किए जाने की जानकारी दी गई, जो समझ से परे है.

इसी तरह आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों में ग्राम पंचायत (बी.) जामगांव की तत्कालीन सरपंच पुष्पा देवांगन और सचिव की सील व हस्ताक्षर से ग्राम पंचायत करहीभदर के नाम से सामग्री खरीदने का बिल लगाकर राशि आहरित की गई है. ग्रामीण ने दोनों ही मामलों को लेकर कलेक्टर से शिकायत कर जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

अपर कलेक्टर ने दी प्रतिक्रिया

इस मामले में बालोद के अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक ने कहा कि यह एक गंभीर शिकायत है. उन्होंने बताया कि जनपद से जांच प्रतिवेदन प्राप्त करने के बाद ही वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी अन्य पंचायत की खरीदी का भुगतान किसी अन्य पंचायत से किया गया है, तो यह जांच का विषय है और बिना विस्तृत जांच के कुछ भी कहना उचित नहीं होगा.