पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का दावा, ‘नियंत्रण रेखा पर “किसी भी बिंदु” पर सैन्य हमला कर सकता है भारत’

इस्लामाबाद। घातक पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को दावा किया कि भारत नियंत्रण रेखा पर “किसी भी बिंदु” पर सैन्य हमला कर सकता है. दोनों पक्षों की ओर से तीखी बयानबाजी के बीच दी गई उनकी चेतावनी, दो परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच संबंधों की अस्थिर स्थिति को रेखांकित करती है.
इस्लामाबाद में संवाददाताओं से बातचीत में आसिफ ने कहा, “ऐसी खबरें हैं कि भारत नियंत्रण रेखा पर किसी भी बिंदु पर हमला कर सकता है. नई दिल्ली को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.” इससे आसन्न तनाव बढ़ने की आशंका बढ़ गई है.
उनकी यह टिप्पणी 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद आई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे और भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई थी. इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “दृढ़ और निर्णायक” कार्रवाई की कसम खाई और सशस्त्र बलों को यह तय करने के लिए “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” दी कि कैसे और कब जवाब देना है.
हालांकि, पाकिस्तान ने भारत के आरोपों को खारिज कर दिया है, आसिफ ने मोदी पर “राजनीतिक लाभ के लिए क्षेत्र को परमाणु युद्ध के कगार पर धकेलने” का आरोप लगाया है. उन्होंने 2016 और 2017 में संयुक्त राष्ट्र को सौंपे गए सबूतों का हवाला देते हुए खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवाद में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “हमने संयुक्त राष्ट्र को सबूत मुहैया कराए हैं…जिसमें भारत द्वारा आतंकवाद को वित्तपोषित करने के वीडियो भी शामिल हैं.”
आसिफ ने पाकिस्तान में हाल ही में हुए हमलों को अफगानिस्तान से कथित तौर पर संचालित होने वाले समूहों से जोड़ते हुए दावा किया कि इन्हें भारत का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने असली अपराधियों को उजागर करने के लिए अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया है. आसिफ ने कहा, “इस तरह की जांच से यह पता चल जाएगा कि भारत खुद या कोई आंतरिक समूह इसमें शामिल था या नहीं और नई दिल्ली के निराधार आरोपों के पीछे की सच्चाई स्पष्ट हो जाएगी.”
पिछले सप्ताह, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तरार ने दावा किया था कि अगले 24-36 घंटे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उन्हें भारतीय हमले की आशंका है. हालांकि, उस समयावधि में कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर ने सोमवार को घोषणा की कि सेना देश की “राष्ट्रीय प्रतिष्ठा और समृद्धि” की रक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देगी.
भारत ने अपनी ओर से हमले के बाद पहले ही कई कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं. इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी भूमि सीमा को बंद करना और इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल है.