स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा हटाने का विरोध : JCCJ नेताओं ने कहा – जोगी एक विचारधारा, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता, प्रतिमा की पुनर्स्थापना नहीं हुई तो प्रदेशभर में होगा आंदोलन

रायपुर। गौरेला में रातोंरात छत्तीसगढ़ के पहले सीएम स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा हटाने का समर्थकों ने विरोध किया है. 24 घंटे के भीतर प्रतिमा का पुनर्स्थापना नहीं होने पर JCCJ ने पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी की चेतावनी दी है. आज जोगी निवास सिविल लाइन रायपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के संगठन मंत्री सौरभ झां व मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा, इस घृणित और निंदनीय घटना ने छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता की भावनाओं को आहत किया है. यह न केवल स्व. जोगी का अपमान है, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और जनभावनाओं पर कुठाराघात है.
JCCJ नेताओं ने कहा, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करती है और मांग करती है कि 24 घंटे के भीतर ज्योतिपुर चौक पर प्रतिमा की पुनर्स्थापना हो, दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाए और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एफआईआर दर्ज हो.
सुशासन के दावों की खुली पोल : भगवानू नायक
भगवानू नायक ने कहा, इस घटना ने राज्य सरकार के “सुशासन” के दावों की पोल खोल दी है और साबित कर दिया है कि प्रशासनिक तंत्र निष्क्रिय होकर केवल दिखावटी कार्रवाई तक सीमित है. स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर कचरे में फेंकना छत्तीसगढ़ के गौरव और स्व. जोगी की जन्मस्थली गौरेला की जनता के साथ विश्वासघात है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश संगठन महामंत्री सौरभ झा और मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कि स्व. जोगी छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान, शांति, और विकास के प्रतीक थे. उनकी योजनाओं जैसे जोगी डबरी, एनएमडीसी और कवर्धा शुगर मिल ने किसानों और आदिवासियों के जीवन को समृद्ध किया. उनकी विचारधारा को मिटाने का कोई भी प्रयास कभी सफल नहीं हो सकता.
या तो जोगी की प्रतिमा लगेगी, या मेरी अर्थी उठेगी : अमित जोगी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने घोषणा की है कि “या तो जोगी जी की प्रतिमा लगेगी, या मेरी अर्थी उठेगी.” वे प्रतिमा की पुनर्स्थापना तक आमरण अनशन पर रहेंगे. जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर विरोध शुरू कर दिया है, जिसमें पुतला दहन और आंदोलन शामिल हैं. जनता कांग्रेस ने सभी प्रदेशवासियों और जोगी समर्थकों से अपील की है कि दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर इस जघन्य कृत्य की निंदा करें और स्व. जोगी के सम्मान में एकजुट हों.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के रायपुर जिला अध्यक्ष माखन ताम्रकार ने कहा कि “स्व. अजीत जोगी छत्तीसगढ़ निर्माण के आधार थे. उनकी प्रतिमा को रात के अंधेरे में हटाकर कचरे में फेंकना न केवल उनकी स्मृति का अपमान है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं पर प्रहार है. यह घटना सत्ताधारी भाजपा सरकार की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाती है. हम मांग करते हैं कि 24 घंटे के भीतर प्रतिमा पुनर्स्थापित हो अन्यथा जनता कांग्रेस पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी.”
जोगी की प्रतिमा हटाना छत्तीसगढ़िया अस्मिता का अपमान
पार्टी के नेताओं ने कहा स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा को अपमानित करना छत्तीसगढ़ के युवाओं के स्वाभिमान पर हमला है. ज्योतिपुर चौक उनकी जन्मस्थली का प्रतीक है और वहां उनकी प्रतिमा को हटाकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति लगाने की साजिश निंदनीय है. युवा मोर्चा इस कृत्य के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा और तब तक संघर्ष जारी रखेगा, जब तक प्रतिमा पुनः स्थापित नहीं हो जाती. स्व. अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ के युवाओं और छात्रों को एक नई दिशा दी. उनकी मूर्ति को कचरे में फेंकना छत्तीसगढ़ के भविष्य पर हमला है. यह केवल मूर्ति का नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़िया अस्मिता का अपमान है.