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माओवादियों की पांचवीं शांति वार्ता की अपील पर गृहमंत्री विजय शर्मा का तीखा जवाब

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गांव में शराब दुकान खोलने का विरोध : महिलाएं बोलीं : किसी भी कीमत पर नहीं खुलने देंगे शराब दुकान, ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

आरंग।   प्रदेश सरकार राज्य के कई जगहों पर नई शराब दुकान खोलने जा रही है, जिसका विरोध भी शुरू हो गया है. आरंग जनपद पंचायत के ग्राम खौली में प्रस्तावित नई शराब दुकान खोलने का ग्रामीणों ने एक स्वर में विरोध किया है. ग्रामीणों ने क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर के नेतृत्व में आरंग एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया. गांव में शराब दुकान खुलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.

ग्रामीणों ने प्रशासन पर गांव के जनप्रतिनिधियों पर शराब दुकान खोलने के लिए सहमति बनाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि स्थानीय प्रशासन गांव के सरपंच पर शराब दुकान खोलने की सहमति प्रदान करने का दबाव बना रहे है, जिसके कारण सरपंच भयभीत है. वहीं गांव की महिलाओं का कहना है कि ग्राम खौली में कक्षा 12वीं तक स्कूल है और आसपास के गांव की लड़कियां बड़ी संख्या में पढ़ाई करने यहां आती हैं. शराब दुकान खुलने ने असामाजिक तत्व गांव में अशांति फैलाएंगे और गांव की बहु बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा. शांतिप्रिय ग्राम खौली में शराब दुकान के कारण वाद विवाद की स्थिति निर्मित होगी.

खौली में खुलने वाली शराब दुकान को दूसरे जगह स्थानांतरित करने की मांग

महिलाओं ने कहा, चाहे कुछ भी हो जाए खौली में शराब दुकान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर ने कहा कि ग्राम खौली में प्रस्तावित शराब दुकान को अन्य जगह स्थानांतरित किया जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होगा तो ग्रामीण उग्र आंदोलन और धरना देने के लिए बाध्य होंगे. साथ ही ग्रामीण किसी भी प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि को गांव में प्रवेश नहीं देंगे. ग्रामीणों के भारी विरोध को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम खौली में शराब दुकान खोलना शासन-प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा. शराब दुकान खोलने की स्थिति में गांव का माहौल बिगड़ने की भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.