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छत्तीसगढ़ में 8.95 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी, किसानों को 1575.16 करोड़ रूपए का भुगतान

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ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़…

शिक्षा विभाग के अधिकारी का तबादला

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ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।  राज्य सरकार ने दो अफसरों के तबादले किये हैं।…

राज्य युवा महोत्सव का आयोजन 12 से 14 जनवरी 2025 तक

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ShivNov 25, 20243 min read

रायपुर।    प्रदेश में राज्य स्तरीय युवा महोत्सव की तैयारियां…

सरकारी अस्पतालों में नहीं हो रही थाइराइड, खून-पेशाब की जांच, हाई कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को लगाई फटकार

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ShivNov 25, 20242 min read

बिलासपुर। बिलासपुर समेत प्रदेश के बड़े सरकारी अस्पतालों में पिछले…

November 25, 2024

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वित्तमंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर टैक्स चोरी करने वालों पर लगातार जारी है कार्रवाई

रायपुर-  छत्तीसगढ़ राज्य जीएसटी के ई वे बिल जांच दल ने दिनांक 1 मार्च को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध वाहन का पीछा कर दुर्ग जिले के चंद्रखुरी मे संचालित अघोषित गुटखा फैक्ट्री में कार्रवाई की । इससे पहले संदिग्ध वाहन चालक ने जीएसटी जांच दल को चकमा देने की पूरी कोशिश की और पहचान छिपाने के लिए पैकिंग मटेरियल को जला दिया , हालांकि जांच दल के सदस्य फिर भी गुटखा फैक्ट्री तक पंहुच ही गए ।

अवैध गुटका फैक्ट्री मे बड़ी मात्रा में प्रतिष्ठित ब्रांड गुटखा कंपनियों के रैपर तथा गुटखे का कच्चा माल, सुपारी तंबाखू आदि बरामद गया है । फैक्ट्री में अवैध गुटका बनाने में इस्तेमाल की जा रही मिक्सर मशीन भी मिली है। यह फैक्ट्री कोमल फूड्स के नाम से संचालित थी । जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसी व्यवसायी के राजनांदगाँव स्थित फैक्ट्री को भी जांच के दायरे मे लिया गया है । यहाँ भी गुटखा निर्माण करने के साक्ष्य मिले हैं।

गौरतलब है की वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मोदी की गारंटी के अंतर्गत विकसित छत्तीसगढ़ बनाने और अगले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपए पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। गुटखा पान मसाला और तंबाखू उत्पादों पर जीएसटी का स्लैब सर्वाधिक है। टैक्स के अतिरिक्त इन पर सैस भी लगता है , इसलिए इनमे कर चोरी की आशंका भी अधिक रहती है। स्टेट जीएसटी की टीम लगातार इस तरह के मामलों पर नज़र रख रही है।

जीएसटी विभाग द्वारा इसी सप्ताह तीन और व्यवसायियों की जांच कर लगभग 8 करोड़ रु. टैक्स जमा करवाया गया है। इन फर्मों मे टैक्स की गड़बड़ी को आई टूल्स द्वारा फ्लेग किया गया था । इन सभी के द्वारा पिछले तीन सालों से आईटीसी क्लेम ज्यादा करते हुए टैक्स कम जमा किया जा रहा था । जांच के दौरान स्टॉक मे भी बड़ी मात्रा मे अंतर पाया गया ।