Special Story

PCC चीफ बैज ने बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरा, रायपुर दक्षिण उपचुनाव पर बोले – हार की करेंगे समीक्षा

PCC चीफ बैज ने बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरा, रायपुर दक्षिण उपचुनाव पर बोले – हार की करेंगे समीक्षा

ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पर सियासत फिर गरमा गई…

भिलाई में पशु क्रूरता का मामला : कार चालक ने डॉग पर चढ़ाई गाड़ी, FIR दर्ज

भिलाई में पशु क्रूरता का मामला : कार चालक ने डॉग पर चढ़ाई गाड़ी, FIR दर्ज

ShivNov 25, 20242 min read

दुर्ग।     भिलाई में पशु क्रूरता का मामला सामने आया…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में मनाया जन्मदिन

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में मनाया जन्मदिन

ShivNov 25, 20242 min read

रायपुर।     उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज अपने जन्मदिन…

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में  कैबिनेट बैठक कल

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में  कैबिनेट बैठक कल

ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंगलवार…

November 25, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

वित्तमंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर टैक्स चोरी करने वालों पर लगातार जारी है कार्रवाई

रायपुर-  छत्तीसगढ़ राज्य जीएसटी के ई वे बिल जांच दल ने दिनांक 1 मार्च को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध वाहन का पीछा कर दुर्ग जिले के चंद्रखुरी मे संचालित अघोषित गुटखा फैक्ट्री में कार्रवाई की । इससे पहले संदिग्ध वाहन चालक ने जीएसटी जांच दल को चकमा देने की पूरी कोशिश की और पहचान छिपाने के लिए पैकिंग मटेरियल को जला दिया , हालांकि जांच दल के सदस्य फिर भी गुटखा फैक्ट्री तक पंहुच ही गए ।

अवैध गुटका फैक्ट्री मे बड़ी मात्रा में प्रतिष्ठित ब्रांड गुटखा कंपनियों के रैपर तथा गुटखे का कच्चा माल, सुपारी तंबाखू आदि बरामद गया है । फैक्ट्री में अवैध गुटका बनाने में इस्तेमाल की जा रही मिक्सर मशीन भी मिली है। यह फैक्ट्री कोमल फूड्स के नाम से संचालित थी । जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसी व्यवसायी के राजनांदगाँव स्थित फैक्ट्री को भी जांच के दायरे मे लिया गया है । यहाँ भी गुटखा निर्माण करने के साक्ष्य मिले हैं।

गौरतलब है की वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मोदी की गारंटी के अंतर्गत विकसित छत्तीसगढ़ बनाने और अगले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपए पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। गुटखा पान मसाला और तंबाखू उत्पादों पर जीएसटी का स्लैब सर्वाधिक है। टैक्स के अतिरिक्त इन पर सैस भी लगता है , इसलिए इनमे कर चोरी की आशंका भी अधिक रहती है। स्टेट जीएसटी की टीम लगातार इस तरह के मामलों पर नज़र रख रही है।

जीएसटी विभाग द्वारा इसी सप्ताह तीन और व्यवसायियों की जांच कर लगभग 8 करोड़ रु. टैक्स जमा करवाया गया है। इन फर्मों मे टैक्स की गड़बड़ी को आई टूल्स द्वारा फ्लेग किया गया था । इन सभी के द्वारा पिछले तीन सालों से आईटीसी क्लेम ज्यादा करते हुए टैक्स कम जमा किया जा रहा था । जांच के दौरान स्टॉक मे भी बड़ी मात्रा मे अंतर पाया गया ।