Special Story

आईपीएल की नई प्लानिंग की घोषणा, 17 मई से शुरू होगी लीग, 3 जून को फाइनल होगा

आईपीएल की नई प्लानिंग की घोषणा, 17 मई से शुरू होगी लीग, 3 जून को फाइनल होगा

ShivMay 12, 20252 min read

मुंबई।   भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण एक हफ्ते के…

ऑनलाइन ट्रेडिंग गेम का झांसा देकर लाखों की ठगी, आरोपी देवर गिरफ्तार

ऑनलाइन ट्रेडिंग गेम का झांसा देकर लाखों की ठगी, आरोपी देवर गिरफ्तार

ShivMay 12, 20251 min read

दुर्ग।  ऑनलाइन धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की ठगी करने वाले…

रायपुर के तालाबों को बचाने की मांग तेज, वेटलैंड समिति को भंग कर उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग

रायपुर के तालाबों को बचाने की मांग तेज, वेटलैंड समिति को भंग कर उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग

ShivMay 12, 20253 min read

रायपुर। रायपुर की जिला वेटलैंड संरक्षण समिति की निरंतर निष्क्रियता…

अंधविश्वास ने ली जान : जादू-टोने के शक में बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या, पड़ोसी ही निकला हत्यारा

अंधविश्वास ने ली जान : जादू-टोने के शक में बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या, पड़ोसी ही निकला हत्यारा

ShivMay 12, 20251 min read

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने…

May 13, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

नव वर्ष पर अपोलो हॉस्पिटल ने दिया मरीजों को नवीनतम तकनीक का उपहार, एआई तकनीक का लिया सहारा…

रायपुर। विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा हेतु अग्रणी संस्थान अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में छत्तीसगढ़ में पहली बार अपने मरीजों की समुचित देखभाल हेतु एक नई सुविधा एआई तकनीक आधारित रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम और दूसरी द्वारा विकसित अर्ली वार्निंग सिस्टम के साथ बेहतर रोगी सुरक्षा हेतु स्मार्ट बेड की शुरुआत की है. 

अपोलो हॉस्पिटल्स बिलासपुर संस्था प्रमुख अरनव राहा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि अपोलो समूह सदैव बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध रहा है, और इसी क्रम में मरीजों की बेहतर स्वास्थ्य मॉनिटरिंग हेतु इस तकनीक को छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में आत्मसात किया है, जो कि मरीज के उपचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

उन्होंने आगे बताया कि इस तकनीक के माध्यम से मरीज के बिस्तर पर एक सेंसर लगाया जाता है जो कि मरीज के शरीर को कहीं भी स्पर्श नहीं करता और यह सेंसर एक छोटी मशीन से जुड़ा होता है. इसके द्वारा मरीज के रक्तचाप, spo2, पल्स, हार्ट रेट, तापमान आदि की निरंतर रूप से निगरानी की जाती है तथा किसी भी असामान्यता की जानकारी तत्काल ही संबंधित नर्सिंग, स्टेशन दूरस्थ सेंटर मॉनिटरिंग सिस्टम को तथा संबंधित शिक्षक चिकित्सक को प्रेषित हो जाती है और मरीज के समीपस्थ उपस्थित स्टाफ के द्वारा तुरंत ही मरीज को आवश्यक उपचार प्रदान कर दिया जाता है.

इस तकनीक से मरीज के उपरोक्त वर्णित पैरामीटर में होने वाले असामान्य परिवर्तन का तत्काल ही पता लगने से मरीजों को त्वरित उपचार कर उनके जीवन को बचाने में कारगर सिद्ध होता है.

छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम इस तकनीक अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर द्वारा आरंभ किया जा रहा है, तथा सभी संबंधित स्टाफ एवं चिकित्सकों को संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है, जिसका लाभ अंचल के सभी मरीजों को प्राप्त होगा. उन्होंने आगे बताया कि आरंभिक 10 बिस्तरों के परिणामों को देखने के उपरांत आगे भी इसके विस्तार की योजना बनाई जाएगी.