Special Story

जगदलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जल्द शुरू होगा: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

जगदलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जल्द शुरू होगा: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

ShivJan 19, 20252 min read

रायपुर।    बस्तर अंचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने…

भारतीय सेना पर देश और दुनिया को है गर्व : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भारतीय सेना पर देश और दुनिया को है गर्व : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivJan 19, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि पूरे देश…

सभी के लिए प्रेरणादायी है मन की बात कार्यक्रम : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

सभी के लिए प्रेरणादायी है मन की बात कार्यक्रम : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivJan 19, 20253 min read

भोपाल।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की…

January 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

महंत के लाठी चलाने वाले बयान पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु बोले – कांग्रेसी खो चुके हैं मानसिक संतुलन, मोहब्बत की दुकान से ये कौन-कौन से फरमान निकल रहे…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के लाठी चलाने की बात अब दिल्ली तक पहुंच गई है. चरणदास महंत ने जिस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, उसे मानसिक संतुलन खोने का खिताब देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मोहब्बत की दुकान से ये कौन-कौन से फरमान निकल रहे हैं?

सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आपके संज्ञान में यह तथ्य निश्चित रूप से आया होगा कि छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने हम सबके प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति एक बार पुनः वैसे ही घटिया और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है, जो निरंतर कांग्रेस कहती चली जा रही है. प्रधानमंत्री के प्रति जो ईर्ष्या है, जो द्वेष है, उसके कारण से आ रहे ऐसे बयान निश्चित रूप से भारत की राजनीति के लिए बहुत दुखद संकेत है.

सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि चरणदास महंत ने सार्वजनिक मंच पर कहा कि मोदी से मुकाबला करने के लिए एक ऐसा व्यक्ति चाहिए जो लाठी मारकर उनका सर फोड़ सके. मैं पूछना चाहता हूं कि ये मोहब्बत की दुकान से कौन-कौन से फरमान हैं? ये कांग्रेस पार्टी तो अपने को गांधी की परंपरा का उत्तराधिकारी स्वघोषित होने का वन एंड एक्सक्लूसिव कॉपीराइट होल्डर होने का दावा करती है, क्या गांधी जी लाठी इसलिए रखते थे? और इतना ही नहीं है और ये कोई सहज रूप से मुंह से निकला हुआ या फिसला हुआ शब्द नहीं है, उसके बाद के कई वाक्य में निरंतर इसका एक्सप्लेनेशन व्याख्या की गई है.