Special Story

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शाम सांसद बृजमोहन अग्रवाल…

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख…

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़…

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए खेलों में भविष्य गढ़ने…

June 5, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ की ट्रेनों में अब रिश्वत लेकर सेटिंग नहीं कर पाएंगे टीटीई…

रायपुर।  छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों में अब टीटीई रिश्वत लेकर सीट अलॉट नहीं कर पाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास कैमरा होगा, यदि वो ऐसा करते है तो उनकी करतूत खूद उनके कैमरे में कैद हो जाएगी.

दरअसल यात्रियों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के वाणिज्य विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. मंडल के 50 टिकट चेकिंग कर्मचारियों को बॉडी वार्न कैमरे प्रदान किए गए हैं, जिससे यात्रा के दौरान पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी अप्रिय स्थिति की निगरानी की जा सके.

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह द्वारा एक विशेष बैठक आयोजित कर टिकट चेकिंग कर्मचारियों को बॉडी वार्न कैमरे प्रदान किए गए एवं इनके उपयोग संबंधी आवश्यक मार्गदर्शन भी दिया गया. इस अवसर पर सीनियर डीसीएम ने कर्मचारियों को यात्रियों से संवेदनशील एवं मर्यादित व्यवहार बनाए रखने के निर्देश भी दिये .

श्री सिंह ने कहा कि बॉडी वार्न कैमरे से टिकट चेकिंग की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और किसी भी विवाद की स्थिति में प्रमाण के रूप में इसका उपयोग किया जा सकेगा. यह तकनीकी सुविधा यात्रियों और कर्मचारियों दोनों के हित में है. साथ ही यह पहल रेलवे प्रशासन और यात्रियों के बीच विश्वास को और मजबूत करेगी.