Special Story

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने काशी स्पाइन हॉस्पिटल का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने काशी स्पाइन हॉस्पिटल का किया लोकार्पण

ShivNov 24, 20241 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर…

मुख्यमंत्री ओपन चैलेंज ट्रॉफी फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुए शामिल

मुख्यमंत्री ओपन चैलेंज ट्रॉफी फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुए शामिल

ShivNov 24, 20242 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के पत्थलगांव तहसील…

ग्रामीण इलाके में पहुंचा 35 हाथियों का दल, कड़कड़ाती ठंड में रात भर जागने पर लोग मजबूर

ग्रामीण इलाके में पहुंचा 35 हाथियों का दल, कड़कड़ाती ठंड में रात भर जागने पर लोग मजबूर

ShivNov 24, 20241 min read

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा में 35 हाथियों का दल फिर से…

ई-चालान से बचने के लिए वाहन की नंबर प्लेट से छेड़छाड़, पुलिस ने दो आरोपियों को भेजा जेल

ई-चालान से बचने के लिए वाहन की नंबर प्लेट से छेड़छाड़, पुलिस ने दो आरोपियों को भेजा जेल

ShivNov 24, 20242 min read

रायपुर।  यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई से बचने के…

लक्ष्मी राजवाड़े की गाड़ी को ट्रक ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचीं मंत्री…

लक्ष्मी राजवाड़े की गाड़ी को ट्रक ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचीं मंत्री…

ShivNov 24, 20241 min read

बलरामपुर। महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सड़क दुर्घटना में बाल-बाल…

पेड़ों को गिराकर बिछाया जा रहा था बीएसएनएल का केबल, वन अमले ने जब्त किए तीन जेसीबी…

पेड़ों को गिराकर बिछाया जा रहा था बीएसएनएल का केबल, वन अमले ने जब्त किए तीन जेसीबी…

ShivNov 24, 20241 min read

बीजापुर। जंगल के विशालकाय पेड़ों को गिराकर संचार कंपनी बीएसएनएल…

November 24, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

अब जनता खुद चुनेगी महापौर और नगर अध्यक्ष, बड़े बदलाव की तैयारी में विष्णु सरकार…

रायपुर- पूर्ववर्ती कांग्रेस की भूपेश सरकार ने नगर पंचायत, नगरपालिका और नगर निगम के चुनाव के नियमों में बड़ा फेरबदल किया था। पूर्व में जहाँ निकायों में अध्यक्ष और महापौर का चुनाव स्वतंत्र रूप से होता था और जनता इन शीर्ष पदों के लिए मतदान करती थी तो वही तत्कालीन सरकार भूपेश सरकार ने अध्यक्ष और महापौर के चुनाव का अधिकार चुने हुए पार्षदों को दे दिया था। इस नियम के बाद बहुमत के आधार पर चुनाव किया जाता था। तब की विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध किया था। राजनीति से दूर आम लोगों के बीच भी यह चर्चा थी कि इस तरह के नियमों से चुनावी गड़बड़ी और खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिलेगा।

हालाँकि अब प्रदेश में सरकार बदल चुकी हैं लिहाजा यह भी तय हैं कि नई सरकार पुरानी सरकार के इस फैसले को पलटते हुए अध्यक्ष और महापौर के चुनाव को अधिकार आम मतदाताओं को वापस कर दे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि उनकी सरकार इस बारे में विचार कर रही हैं और लोकसभा चुनाव के संपन्न होने के बाद इस पर विचार-विमर्श कर फैसला लिया जाएगा। अरुण साव ने यह भी बताया हैं कि वे नगरीय निकाय चुनाव के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। ऐसे में यह तय माना जा रहा हैं कि इस साल एक आखिर में जब नगरीय निकायों के चुनाव होंगे तो मतदाता एक बार फिर से एक के बजाये दो वोट कर पाएंगे। इनमे एक पार्षद तो दूसरा नगर अध्यक्ष का होगा।