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छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों प्रदेश स्तरीय बैठक सम्पन्न

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ShivJun 14, 20252 min read

रायपुर।   छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का…

निगम ने गोकुल नगर नया सवेरा स्कूल के पास अवैध निर्माण पर लगाई रोक

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ShivJun 14, 20251 min read

रायपुर। आज नगर पालिक निगम रायपुर के जोन 7 नगर…

BSP कर्मी की हत्या की कोशिश, हमलावर गिरफ्तार

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ShivJun 14, 20252 min read

दुर्ग। पुलिस ने भिलाई स्टील प्लांट में काम करने वाले…

हाईकोर्ट ने रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई न होने पर जताई नाराजगी

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ShivJun 14, 20251 min read

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और…

पड़ोसी को मौत के घाट उतारने वाला युवक गिरफ्तार

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ShivJun 14, 20252 min read

जगदलपुर। युवक ने अपने पड़ोसी के तानों से तंग आकर…

June 14, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

अब नहीं बचेंगे माओवादी: IG सुंदरराज की दो टूक, बोले- निर्णायक मोर्चे पर है बस्तर, टॉप नक्सली लीडर की पूरी जानकारी फोर्स के पास

बीजापुर। बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने नक्सलवाद के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब समय नक्सलवाद के अंत का है और माओवादी संगठन अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है।

IG सुंदरराज ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे ताजा ऑपरेशनों में माओवादियों के शीर्ष कमांडर एक के बाद एक ढेर किए जा रहे हैं, जो संकेत है कि माओवादी संगठन बिखर रहा है। उन्होंने कहा, “पिछले 40 वर्षों से माओवादी संगठनों ने अपने ‘फुट सोल्जर्स’ को ह्यूमन शील्ड की तरह आगे कर खुद को बचाने की रणनीति अपनाई थी, लेकिन अब यह ढाल टूट चुकी है।”

2024-25 में 12 राज्य कमेटी स्तर के माओवादी मारे गए हैं।
इनमें चलपति, बसवराजू, सुधाकर और भास्कर जैसे टॉप लीडर्स भी शामिल हैं, जिनकी लंबे समय से तलाश थी। IG ने इसे माओवादी नेटवर्क की रीढ़ टूटने जैसा करार दिया।

उन्होंने आगे कहा कि अब माओवादियों के पास सिर्फ एक ही विकल्प बचा है — आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटना। IG ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को गणपति, देवजी, हिडमा, सुजाता, बरसे देवा सहित कई अन्य बड़े माओवादी कैडर की पुख्ता जानकारी है और उन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। चेतावनी भी दी गई कि यदि आत्मसमर्पण नहीं किया गया, तो अगली कार्रवाई और अधिक निर्णायक होगी।

सुंदरराज ने कहा

“बस्तर में अब नक्सलवाद के दिन गिनती के रह गए हैं। जवान हर मोर्चे पर मुस्तैद हैं। अब नक्सल मुक्त बस्तर और भारत कोई सपना नहीं, बल्कि निकट भविष्य की सच्चाई है।”

उन्होंने माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्यों से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें और एक बार फिर समाज में सम्मानजनक जीवन की शुरुआत करें।