अब नहीं बचेंगे माओवादी: IG सुंदरराज की दो टूक, बोले- निर्णायक मोर्चे पर है बस्तर, टॉप नक्सली लीडर की पूरी जानकारी फोर्स के पास

बीजापुर। बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने नक्सलवाद के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब समय नक्सलवाद के अंत का है और माओवादी संगठन अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है।
IG सुंदरराज ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे ताजा ऑपरेशनों में माओवादियों के शीर्ष कमांडर एक के बाद एक ढेर किए जा रहे हैं, जो संकेत है कि माओवादी संगठन बिखर रहा है। उन्होंने कहा, “पिछले 40 वर्षों से माओवादी संगठनों ने अपने ‘फुट सोल्जर्स’ को ह्यूमन शील्ड की तरह आगे कर खुद को बचाने की रणनीति अपनाई थी, लेकिन अब यह ढाल टूट चुकी है।”
2024-25 में 12 राज्य कमेटी स्तर के माओवादी मारे गए हैं।
इनमें चलपति, बसवराजू, सुधाकर और भास्कर जैसे टॉप लीडर्स भी शामिल हैं, जिनकी लंबे समय से तलाश थी। IG ने इसे माओवादी नेटवर्क की रीढ़ टूटने जैसा करार दिया।
उन्होंने आगे कहा कि अब माओवादियों के पास सिर्फ एक ही विकल्प बचा है — आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटना। IG ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को गणपति, देवजी, हिडमा, सुजाता, बरसे देवा सहित कई अन्य बड़े माओवादी कैडर की पुख्ता जानकारी है और उन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। चेतावनी भी दी गई कि यदि आत्मसमर्पण नहीं किया गया, तो अगली कार्रवाई और अधिक निर्णायक होगी।
सुंदरराज ने कहा —
“बस्तर में अब नक्सलवाद के दिन गिनती के रह गए हैं। जवान हर मोर्चे पर मुस्तैद हैं। अब नक्सल मुक्त बस्तर और भारत कोई सपना नहीं, बल्कि निकट भविष्य की सच्चाई है।”
उन्होंने माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्यों से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें और एक बार फिर समाज में सम्मानजनक जीवन की शुरुआत करें।