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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया साइकिलिस्ट आशा मालवीय का सम्मान

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ShivFeb 11, 20251 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मंगलवार को मंत्रालय में…

सबको मिले सरकार की योजनाओं का लाभ – मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव

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ShivFeb 11, 20253 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जनकल्याण…

सभी अधिकारी निर्धारित लक्ष्य समय-सीमा में पूरा करें : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivFeb 11, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को मंत्रालय में…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

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ShivFeb 11, 202518 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार…

February 11, 2025

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विष्णु देव साय सरकार के नेतृत्व में नक्सल उन्मूलन की नई इबारत: 985 ने किया आत्मसमर्पण, 1177 हुए गिरफ्तार

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नक्सल उन्मूलन के प्रयासों में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है। सरकार द्वारा लागू की गई प्रभावी नीतियों और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण ने राज्य में स्थायी शांति और सुरक्षा का माहौल बनाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में प्रदेश में बीते 13 महीनों में 305 नक्सली मारे जा चुके हैं, 1177 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 985 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह आंकड़े न केवल सरकार की प्रतिबद्धता और कुशल रणनीति को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी प्रमाणित करते हैं कि छत्तीसगढ़ नक्सल हिंसा से मुक्त होकर शांति और विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नक्सल समस्या केवल सुरक्षा बलों की कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक और विकासात्मक चुनौती भी है। उनकी सरकार ने इस समस्या को एक समग्र दृष्टिकोण से हल करने का प्रयास किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए पुनर्वास योजनाएं तैयार की गई हैं, जिनमें उन्हें रोजगार, आर्थिक सहायता और समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। यह पुनर्वास नीतियां न केवल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रही हैं, बल्कि समाज में भी शांति और विश्वास का माहौल बना रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 1177 नक्सलियों की गिरफ्तारी राज्य सरकार की मजबूत सुरक्षा नीति का परिणाम है। राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों को अत्याधुनिक उपकरण, उन्नत प्रशिक्षण और बेहतर समन्वय से लैस किया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि नक्सल संगठनों की गतिविधियों को जड़ से खत्म किया जा सके। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जिससे राज्य में न्याय और कानून व्यवस्था मजबूत हो सके।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता न केवल नक्सलियों को हथियार डालने के लिए प्रेरित करना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि वे समाज में पुनः जुड़कर सम्मानजनक जीवन जी सकें। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, जिनके तहत उन्हें रोजगार और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया है। इन क्षेत्रों में विकास कार्यों ने न केवल स्थानीय जनजातीय समुदायों का विश्वास बढ़ाया है, बल्कि युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए भी प्रेरित किया है। इन विकास कार्यों का असर यह हुआ है कि अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र धीरे-धीरे शांति और समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार ने नक्सल समस्या को सुलझाने में अधिक प्रभावी और दूरगामी दृष्टिकोण अपनाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी सरकार छत्तीसगढ़ को न केवल नक्सल मुक्त बनाना चाहती है, बल्कि इसे शांति और विकास का प्रतीक राज्य भी बनाना चाहती है। नक्सल उन्मूलन के लिए सरकार की दीर्घकालिक योजनाओं में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करना, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना और युवाओं के लिए कौशल विकास के अवसर बढ़ाना शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने नक्सल समस्या के समाधान के लिए एक समग्र और प्रभावी दृष्टिकोण अपनाया है। 985 आत्मसमर्पण और 1177 गिरफ्तारियों के आंकड़े यह साबित करते हैं कि राज्य न केवल शांति की ओर बढ़ रहा है, बल्कि विकास के नए आयाम भी स्थापित कर रहा है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ को नक्सल हिंसा से मुक्त कर स्थायी शांति और समृद्धि की ओर ले जाने का सशक्त प्रमाण है।