सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्राक्कलन समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ में रेल कोच फैक्ट्री लगाने की मांग की
नई दिल्ली/रायपुर। आज लोकसभा सचिवालय, नई दिल्ली में “भारतीय रेलवे में नई रेलवे परियोजनाएं और यात्री सुरक्षा उपाय- एक समीक्षा” को लेकर प्राक्कलन समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में समिति सदस्य सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में रेल परियोजनाओं और रेल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा से जुड़े मामलों को भी उठाया। श्री अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति और राज्य में चल रहे रेल लाइन के दोहरीकरण, तिहरीकरण और चौहरीकरण की वर्तमान स्थिति पर रेल विभाग से जानकारी मांगी। श्री अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में रेल कोच फैक्ट्री लगाने की मांग की और रेलवे के पेंडिंग प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की जिससे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और रोजगार के भी नए अवसर पैदा होगे।
उन्होंने सवाल उठाया कि, रेलवे का जैसे जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ रहा है उसकी तुलना में स्टाफ की स्थिति क्या है, उन्होंने वर्तमान में रेलवे में कितने कर्मचारी हैं और कितनों की जरूरत है। श्री अग्रवाल ने रायपुर-धमतरी लाइन का अभनपुर तक विस्तार कार्य जल्द पूरा करने को कहा इससे क्षेत्र के हजारों विद्यार्थियों किसानों, महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा। श्री अग्रवाल ने रावघाट-जगदलपुर, रायपुर-जगदलपुर, सरगुजा-अंबिकापुर, रायपुर-धमतरी रेल लाइन परियोजनाओं को भी जल्द पूरा करने की मांग की। साथ ही बॉम्बे हावड़ा रेल मार्ग में आने वाले मुख्य शहरों के रेल स्टेशन को अमृत मिशन के तहत विकसित करने पर भी चर्चा की।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में रेल परिचालन को सुधारने के लिए कहा। उन्होंने कोरोना काल के दौरान पूर्ण और आंशिक रूप से बंद की गई पैसेंजर ट्रेनों के पुनः परिचालन की मांग की। बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में यात्रियों की सुरक्षा पर भी चिंता व्यक्त करते हुए रेलवे को मामले में गंभीरता पूर्वक कार्य करने के लिए कहा उन्होंने रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे द्वारा सिग्नलिंग सेफ्टी और अन्य डिवाइस एवं रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी।
उन्होंने कहा कि, शहर के बीच से गुजरने वाली रेल लाइन दुर्घटनों की आशंका बनी रहती है ऐसे में यात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए रेल लाइन के दोनों तरफ ग्रिल लगाने चाहिए। साथ ही रेलवे के ओवर ब्रिज और अंडर पास पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए।