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April 25, 2025

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पहलगाम पर मोदी सरकार का एक्शन शुरूः अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात की, बोले- पाकिस्तानियों को खोज-खोजकर वापस भेजें

नई दिल्ली।  जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले बाद से घाटी में ताबड़तोड़ एक्शन शुरू हो गया है। एक ओर सेना लगातार आतंकवादियों को खोज-खोजकर उन्हें जहन्नुम में पहुंचा रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार भी लगातार प्लान तैयार कर रही है। गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तान से जुड़े सभी 17 तरह के वीजा रद्द करने का निर्देश जारी किया है। गृहमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से बात कर आगे की रणनीति साझा की है।

दरअसल भारत सरकार पाकिस्तानियों को 17 तरह की वीजा देती है। सार्क वीजा को मोदी सरकार ने दो दिन पहले ही रद्द किया था। अब सभी तरह के वीजा को रद्द कर दिया है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से बात कर आगे की रणनीति साझा की है। अमित शाह सभी मुख्यमंत्रियों से कहा है कि अपने अपने राज्यों से पाकिस्तान के लोगों को जल्द से जल्द हटाएं।

बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार लगातार एक्शन मोड में है। इस हमले के बाद भारत सरकार ने सबसे पहले भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था। भारत ने पाकिस्तान को औपचारिक पत्र लिखकर सिंधु जल संधि को निलंबित करने की सूचना दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई सुरक्षा मामलों से जुड़ी कैबिनेट कमेटी की बैठक में कड़े फैसले लिए गए थे, जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला भी शामिल है।

इसके अलावा अटारी बॉर्डर को बंद करने का भी फैसला लिया गया। भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को इस रास्ते से लौटने के लिए एक मई तक का वक्त दिया गया है। भारत में पाकिस्तानी हाईकमीशन में तैनात पाकिस्तानी डिफेंस एडवाइजर्स को देश छोड़ने के लिए एक हफ्ते का समय दिया। साथ ही दोनों हाई कमीशन में तैनात कर्मचारियों की संख्या 50 से घटाकर 30 कर दी थी।

पहलगाम हमले के दोषियों को सजा देने के लिए उठाएं कदम- NHRC

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की है। NHRC ने इस हमले में निर्दोष लोगों की मौत और घायल होने की खबरों पर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने कहा है कि आतंकवाद मानवाधिकारों का उल्लंघन है और इससे समाज में भय और आतंक फैलता है। NHRC ने सरकार से इस हमले की जांच करने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है। आयोग ने घायलों के इलाज और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए भी कदम उठाने का आग्रह किया है।

पहलगाम में आतंकियों ने 26 टूरिस्टों को हिंदू होने की वजह से मारा था

बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में दोपहर करीब 1.30 बजे आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। आतंकियों के निशाने पर हिंदू पर्यटक थे। आतंकवादियों ने वहां मौजूद पुरुषों से धर्म पूछ-पूछकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। उन्होंने इन टूरिस्टों को इसलिए गोलियों से छलनी कर दिया था क्योंकि वे हिंदू थे और उन्हें कलमा पढ़ना नहीं आता था। मृतकों में UP, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय भी मारे गए थे। जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है।