Special Story

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वरिष्ठ समाजसेवी रामजीलाल अग्रवाल के निधन पर किया शोक व्यक्त

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वरिष्ठ समाजसेवी रामजीलाल अग्रवाल के निधन पर किया शोक व्यक्त

ShivMay 24, 20251 min read

रायपुर।     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर लोकसभा क्षेत्र के…

बिजली खंभे से टकराई तेज रफ्तार बाइक, चार युवकों की मौत, गांव में पसरा मातम

बिजली खंभे से टकराई तेज रफ्तार बाइक, चार युवकों की मौत, गांव में पसरा मातम

ShivMay 24, 20251 min read

सरायपाली।  महासमुंद जिले के सरायपाली नगर में आज एक दर्दनाक…

बिना दस्तखत सरकारी खाते से निकले 24 लाख से अधिक रकम, DEO ने बनाई जांच कमेटी

बिना दस्तखत सरकारी खाते से निकले 24 लाख से अधिक रकम, DEO ने बनाई जांच कमेटी

ShivMay 24, 20252 min read

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही।  बिना दस्तखत सरकारी खाते से 24 लाख से अधिक…

May 25, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मंत्री ओपी चौधरी ने कहा – माओवाद से निपटने हमारी सरकार कर रही पहल, हमारे जवान मारे जाते थे तो शांतिवार्ता के लिए BRS नहीं करती थी कोई बात…

रायपुर।   वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने एंटी नक्सल आपरेशन पर तेलंगाना सीएम के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में माओवाद से निपटने के लिए शांतिवार्ता की पहल की जा रही है. हम उन भूले-भटके लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए तैयार हैं और शांतिवार्ता के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तक का प्रस्ताव रखा है.

मंत्री चौधरी ने कहा, बस्तर जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष योजनाएं लागू की जा रही है. हमारा उद्देश्य न केवल शांति लाना है, बल्कि इन क्षेत्रों के विकास को भी सुनिश्चित करना है. जो नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं, उन्हें सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जा रहा है. नियद नेल्लानार योजनाएं चलाकर नक्सल पीड़ित गांवों में विशेष सुविधाएं भी दी जा रही है, लेकिन BRS का मंतव्य जो सामने आया है वह निंदनीय है. नक्सली एनकाउंटर में हमारे जवान मारे जाते थे उस समय शांतिवार्ता के लिए BRS कोई बात नहीं करती थी. आज जब सैकड़ों नक्सलियों को हमारे जवानों ने घेर रखा है तब BRS शांतिवार्ता की बात कर रही. इस तरह उनका माओवाद प्रेम साफ दिखाई दे रहा.

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा, हमारी सरकार तो नक्सलियों से वीडियो कांफ्रेंस से बात करने तैयार है. माओवादियों को मुख्यधारा पर लाने हमारी सरकार संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है. बस्तर में बस्तर पोंडुम, बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन कर रही है.

बता दें कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर हजारों सुरक्षाकर्मियों की मदद से नक्सलियों के खिलाफ एक व्यापक एंटी नक्सल अभियान चल रहा है. इसे लेकर तेलंगाना में कई संगठनों ने सरकार को पत्र लिखकर शांतिवार्ता की अपील की है. नक्सली भी अब तक तीन बार चिट्ठी जारी कर ऑपरेशन ‘कगार’ को रोकने की मांग कर चुके हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने आदिवासियों के साथ न्याय नहीं होने की बात कही है.