Special Story

साहसी श्री वारिस खान मध्यप्रदेश का गौरव: मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव

साहसी श्री वारिस खान मध्यप्रदेश का गौरव: मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव

ShivNov 15, 20241 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजगढ़ जिले के…

प्रदेश में गीता जयंती भव्य रूप में मनाई जाएगी: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

प्रदेश में गीता जयंती भव्य रूप में मनाई जाएगी: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 15, 20242 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में…

माँ क्षिप्रा के पावन स्नान का सौभाग्य मिले वर्ष भर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

माँ क्षिप्रा के पावन स्नान का सौभाग्य मिले वर्ष भर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 15, 20242 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि माँ क्षिप्रा…

November 15, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

Home » राहुल गांधी के बयान पर मंत्री ओपी चौधरी का तीखा प्रहार, कहा-

राहुल गांधी के बयान पर मंत्री ओपी चौधरी का तीखा प्रहार, कहा-

रायपुर।    लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024-25 पर सदन में चर्चा में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा. राहुल गांधी के भाषण पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने पांच दशकों तक देश को “पंजे के चक्रव्यूह” में फंसाए रखा, जिससे युवाओं, किसानों और नारी शक्ति की प्रगति रुकी रही. चौधरी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति का कल्याण हो रहा है, जबकि कांग्रेस केवल “ब्लेम गेम” की राजनीति कर रही है.

मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, पांच दशकों तक देश तो पंजे के चक्र में में फंसा हुआ था. आज गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति, ज्ञान का पीएम मोदी के नए-नए योजनाओं के तहत कल्याण हो रहा है तो कांग्रेस ब्लेम गेम की राजनीति पर उतर आई है. उनको जवाब देना चाहिए की पांच दशकों तक उन्होंने क्यों देश की शक्ति, ऊर्जा, युवा, नारी, किसान को रोक करके रखा था. 1971 में गरीबी हटाओ का नारा लगाते रहे लेकिन गरीबी इनसे हटी नहीं. आज पीएम मोदी देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कम कर रहे हैं. तो पंजे के चक्रव्यूह कहने के बजाय आज यह झूठा ब्लेम गेम कर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि एक पुरानी परंपरा रही है हलवा सेरेमनी बजट में होती है. कांग्रेस के जमाने से और बरसों से दशकों से यह परंपरा रही है. उसका इस तरह किसी भी एक अच्छे चीज देश की जनता के लिए है तो यह परंपरा रही है. उसकी आलोचना करना बहुत ही गलत है. क्या राहुल गांधी को 1 लाख 48 हजार करोड़ खर्च करके 4 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के लिए कम करना हलवा नजर आ रहा है. क्या राहुल गांधी को एक करोड़ युवाओं की इंटर्नशिप की व्यवस्था पांच हजार प्रति माह के एडिशल सपोर्ट के साथ करना उनको हलवा नजर आ रहा है ? ग्रीन ग्र हाउस इफेक्ट के कारण जो क्लाइमेट चेंज हो रहा है उससे सामना करने के लिए जो ब्रीड डिवेलप की जा रही है वो राहुल गांधी को क्या हलवा नजर आ रहा है? 11 लाख 11 हजार एक सौ ग्यारह करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की कोशिश का प्रावधान राहुल गांधी को हलवा नजर आ रहा है? उनको जवाब देना चाहिए.