Special Story

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

ShivFeb 23, 20252 min read

रायपुर। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत ने चिर-प्रतिद्वंदी…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

ShivFeb 23, 20251 min read

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोपाल आगमन पर रविवार को उनका…

February 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने चयन समिति की ली बैठक, 4 बच्चे राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित

रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आज नवीन विश्राम गृह अटल नगर नवा रायपुर में राज्य वीरता पुरस्कार वर्ष 2023-24 के लिए पात्र बालक-बालिकाओं के चयन के लिए गठित जूरी (निर्णायक मंडल) की बैठक ली. इस अवसर पर प्रतापपुर विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी, एआईजी एम. एल. कोटवानी, महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक तुलिका प्रजापति उपस्थित थी.

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के बच्चों को उनकी विशेष वीरता, साहस और बुद्धिमत्ता के लिए राज्य वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाता है. आगामी 26 जनवरी को यह पुरस्कार बालक-बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा. निर्णायक मंडल से प्राप्त प्रस्तावों और परीक्षण के उपरांत सर्वसम्मति से 4 बालकों को राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया है. इनमें सरगुजा जिले के मास्टर अरनव सिंह पिता सुरेश कुमार सिंह, दुर्ग जिले के मास्टर ओम उपाध्याय पिता नीरज उपाध्याय, रायपुर जिले के मास्टर प्रेमचंद साहू पिता सुकदेव साहू और मास्टर लोकेश कुमार साहू पिता सुखनंदन साहू शामिल हैं. राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित बालकों को 25 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा.

उल्लेखनीय है कि 16 वर्षीय मास्टर अरनव सिंह कक्षा 11 में अध्ययनरत हैं. उन्होंने डंपिंग यार्ड में लगी भीषण आग से सो रहे तीन व्यक्तियों और चौकीदार को जगाकर बचाने का साहसिक कार्य किया है. इसी तरह 16 वर्षीय मास्टर ओम उपाध्याय कक्षा 10वीं में अध्ययनरत हैं. उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए कुत्ते से लड़ते हुए बच्चों को कुत्ते के काटने से बचाया है. 9 वर्षीय मास्टर प्रेमचंद साहू कक्षा चौथी में अध्ययनरत हैं और 13 वर्षीय लोकेश कुमार साहू कक्षा 7वीं में अध्ययनरत हैं, उन्होंने चंपारण में पानी में डूबते हुए बच्चे को बचाने का साहसिक कार्य किया है.