Special Story

छत्तीसगढ़ में निवेशकों के लिए बिछाया रेड कारपेट : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़ में निवेशकों के लिए बिछाया रेड कारपेट : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivJan 23, 20256 min read

रायपुर।   मुंबई में हाल ही में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट…

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे रायपुर सेंट्रल जेल, कवासी लखमा और देवेंद्र यादव से की मुलाकात…

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे रायपुर सेंट्रल जेल, कवासी लखमा और देवेंद्र यादव से की मुलाकात…

ShivJan 23, 20251 min read

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अलग-अलग मामलों में रायपुर सेंट्रल जेल…

January 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आंगनबाड़ी केंद्र बीरपुर में वजन त्यौहार का किया शुभारंभ

रायपुर।     महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सूरजपुर जिले के आंगनबाड़ी केंद्र बीरपुर से आज वजन त्यौहार 2024 का शुभारंभ किया। महिला एवं बाल विकास परियोजना सिलफिली के सेक्टर पार्वतीपुर के आंगनबाड़ी केंद्र बीरपुर से वजन त्यौहार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत 12 से 23 सितंबर तक वजन त्यौहार कार्यक्रम चलाया जाता है, जिसकी शुरूआत आज से राज्य के प्रत्येक आंगनबाड़ी केेंद्रों में की गई।

सूरजपुर जिले के बीरपुर आंगनबाड़ी केंद्र में वजन त्यौहार कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि माताओं को बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष तौर से ध्यान देना चाहिए। उन्हें संतुलित तथा पौष्टिक आहार का सेवन कराएं, ताकि उनका स्वास्थ्य अच्छा एवं वजन संतुलित हो। इस दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने राष्ट्रीय पोषण माह 2024 की गतिविधियों की जानकारी भी ली। उन्होंने स्कूल की बच्चियों की एनीमिया जांच की जानकारी ली और स्वयं का स्वास्थ्य जांच भी कराया।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आज राज्य में वजन त्यौहार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। इस कार्यक्रम का आयोजन 12 से 23 सितंबर 2024 तक किया जाना है, जिसमें शून्य से 06 वर्ष से कम बच्चों का वजन एवं ऊंचाई जांच कर कम वजन वाले बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण की स्थिति का पता लगाया जाएगा। इस दौरान उनके कुपोषण के स्तर की भी जांच की जाएगी। वजन त्यौहार का उद्देश्य 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों के पोषण स्तर का आंकलन कर शत्-प्रतिशत रूप में सुपोषित करना है।