Special Story

पर्यटन स्थल के कॉटेज में लगी आग, लाखों के नुकसान की आशंका…

पर्यटन स्थल के कॉटेज में लगी आग, लाखों के नुकसान की आशंका…

ShivJan 27, 20251 min read

सूरजपुर।   छत्तीसगढ़ के सूरजपुर स्थित केनापारा पर्यटन स्थल में आज…

चुनाव प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहना पड़ा भारी, 42 अधिकारियों और कर्मचारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी ने जारी किया शो-कॉज नोटिस

चुनाव प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहना पड़ा भारी, 42 अधिकारियों और कर्मचारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी ने जारी किया शो-कॉज नोटिस

ShivJan 27, 20251 min read

रायपुर।   गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में नगरपालिका और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025…

January 27, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

बेलगाम रेत माफिया पर खनिज विभाग ने कसी लगाम, रेत का अवैध परिवहन कर रहे पांच वाहनों पर की कार्रवाई…

अभनपुर। बेलगाम रेत माफिया की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब रायपुर खनिज विभाग सक्रिय हुआ है. विभागीय टीम ने रेत का अवैध परिवहन कर रहे 5 वाहनों को नवापारा में पकड़कर कार्रवाई की है.

गरियाबंद और धमतरी जिले के रेत घाटों से अवैध तरीके से रेत लेकर प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहन नवापारा शहर से गुजरकर रायपुर जाते हैं. दुर्घटना की आशंका को देखते हुए इन वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर नवापारावासी विभिन्न स्तरों पर आवाज उठा चुके हैं, लेकिन संबंधित खनिज विभाग इस दिशा में हमेशा की तरह कुंभकरणी नींद में सोया रहता है.

सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात रायपुर खनिज विभाग अचानक नींद से जागी, और रेत परिवहन कर जा रहे 5 भारी वाहनों को नवापारा में रोककर दस्तावेजों की जांच की, जिसमें रेत का अवैध परिवहन करना पाया गया. इसके बाद सभी वाहनों के विरुद्ध प्रकरण कायम कर उन्हें थाना गोबरा नवापारा परिसर में खड़ा कराया गया है. यह कार्रवाई रायपुर खनिज विभाग के सुपरवाइजर सुनील दत्त शर्मा के नेतृत्व में की गई है.

रेत ही नहीं मुरूम का भी अवैध कारोबार

यहां बताना जरूरी है कि केवल रेत ही नहीं बल्कि अभनपुर क्षेत्र में मुरूम का भी अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है. अभनपुर का एक मुरूम माफिया क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में, पंचायत प्रतिनिधियों और जिम्मेदार विभाग के साथ सांठगांठ कर ग्राम गिरोला और ग्राम बेल्डीह में चौबीसों घंटे मुरूम का धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहा है. इन ग्रामों के मुरूम खनन स्थल पर जानलेवा गहराई वाले तालाब बन चुके हैं. रेत के अवैध परिवहन के बाद खनिज विभाग के अधिकारी शायद इस ओर ध्यान दें