बाबा गुरु घासीदास का संदेश आज भी प्रासंगिक: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान, समरसता का संदेश दिया। हमारी सरकार उनके बताये रास्ते पर चलते हुए सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय आज बाबा गुरू घासीदास की 268वीं जयंती के अवसर पर मुंगेली जिले के मोतिमपुर-अमरटापू धाम में आयोजित एक दिवसीय गुरु पर्व मेला को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गुरू घासीदास मंदिर में बाबा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश के नागरिकों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों का अभिवादन करते हुए बाबा गुरू घासीदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जिले के ग्राम कंतेली में नवीन महाविद्यालय खोलने और मोतिमपुर में उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने मोतिमपुर-अमरटापू धाम के सौंदर्यीकरण का भी आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास का जन्म 18 दिसंबर 1756 को गिरौदपुरी में हुआ था। उस समय समाज में छुआछूत और भेदभाव व्याप्त था। ऐसे समय में बाबा गुरू घासीदास ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया। देश और प्रदेश में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ सभी वर्गों का विकास हो रहा है। 13 दिसंबर को हमारी सरकार के 01 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में जनादेश परब मनाया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की बैठक में 18 लाख आवास की स्वीकृति दी गई। धान के 02 साल के बकाया बोनस की राशि किसानों के खाते में अंतरित की गई। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि दी जा रही हैं। पीएससी घोटाला की सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमेशा खुशहाली हो, इसके लिए कार्य करने के लिए हमारी सरकार हमेशा तत्पर है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जयंती हर साल 18 दिसंबर को राज्य में उत्सव के रूप में मनाई जाती है। उन्होंने बाबा गुरु घासीदास के जीवन दर्शन और समरसता के संदेश का उल्लेख करते हुए सभी लोगों से बाबा के बताए रास्ते पर चलने का आग्रह किया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास सतनाम पंथ के संस्थापक थे। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान, आपसी भाईचारा एवं समरसता का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने मंच के माध्यम से सेतगंगा मेला के आयोजन के लिए 05 लाख रुपए देने की घोषणा की।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने समाज में व्याप्त जातिगत विषमताओं को नकारा। उन्होंने गुरू घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने लोगों को सत्य, अहिंसा और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
गौरतलब है कि मोतिमपुर-अमरटापू धाम में सन् 1996 से प्रतिवर्ष गुरु घासीदास जयंती पर गुरुपर्व मेला का आयोजन होते आ रहा है। कार्यक्रम के संयोजक मंडल के अध्यक्ष दुर्गा बघेल ने कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, श्रद्धालुओं, संत, महंत, सभी का अभिवादन किया। कार्यक्रम के समापन में समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, संभागायुक्त महादेव कावरे, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।