Special Story

पुलिस ने पकड़ी 56 किलो चांदी…  ले जाने के तरीके से पुलिस शॉक्ड

पुलिस ने पकड़ी 56 किलो चांदी…  ले जाने के तरीके से पुलिस शॉक्ड

ShivApr 15, 20252 min read

रायपुर।    राजधानी रायपुर की खमतराई थाना पुलिस ने 56…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में ‘विकसित बस्तर की ओर’ विषय पर परिचर्चा का हुआ आयोजन

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में ‘विकसित बस्तर की ओर’ विषय पर परिचर्चा का हुआ आयोजन

ShivApr 15, 20253 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आज जगदलपुर…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जगदलपुर के गांव से किया मोर दुआर-साय सरकार महाअभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जगदलपुर के गांव से किया मोर दुआर-साय सरकार महाअभियान का शुभारंभ

ShivApr 15, 20255 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर जिले के ग्राम…

साय कैबिनेट की बैठक 17 को, कई अहम फैसलों पर लग सकती है मुहर

साय कैबिनेट की बैठक 17 को, कई अहम फैसलों पर लग सकती है मुहर

ShivApr 15, 20251 min read

रायपुर।  नए वित्तीय वर्ष की साय कैबिनेट की पहली बैठक…

April 15, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

नगरनार स्टील प्लांट में भीषण आग, नहीं हुई कोई जनहानि, लेकिन करोड़ों का हुआ नुकसान…

जगदलपुर। नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील प्लांट में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कोक ओवन सेक्शन में गैस लीक के बाद भीषण आग भड़क उठी. आग इतनी विकराल थी कि 10 किलोमीटर दूर से लपटें और धुआं साफ नजर आ रहे थे, प्लांट में रखी कीमती बैटरियां जलकर खाक हो गईं. 

फायर ब्रिगेड की गाड़ियां शहर से 18 किमी दूर से घटनास्थल पर पहुंचीं और करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस हादसे से प्लांट को करोड़ों का नुकसान हुआ है, मेंटनेंस और उत्पादन में देरी से भी बड़ा घाटा होगा.

इस पूरे घटनाक्रम में राहत की बात यह रही कि समय रहते कर्मचारियों ने खुद को सुरक्षित कर लिया, जिससे जनहानि नहीं हुई. आग लगते ही पूरे प्लांट में अफरा-तफरी मच गई, कर्मचारी जान बचाने में जुटे रहे, वहीं अधिकारी हालात को रूटीन बताकर कर्मचारियों को काम पर लगाए रखने का दबाव बनाते रहे.

चिंता की बात यह है कि पूर्व में भी आगजनी और हॉट मेटल के छिड़काव जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए थे, फिर भी न तो आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए, न ही कर्मचारी इलाज के लिए कोई अस्पताल प्लांट के पास मौजूद है.