राजमिस्त्री पिता और मां ने मजदूरी कर बेटी को पढ़ाया, 12वीं में प्रीति यादव ने प्रदेशभर में हासिल किया तीसरा स्थान, कलेक्टर ने किया सम्मानित, जानिए सफलता की कहानी…
बलौदाबाजार। जीवन में अगर कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो और लक्ष्य निर्धारित हो तो गरीबी और अभाव बाधा नहीं बनती. इस बात को साबित कर दिया है बलौदाबाजार जिले के छोटे से गांव करही बाजार में रहने वाले गरीब मजदूर परिवार की बेटी प्रीति यादव ने. दरअसल, आज छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा 10 और 12 बोर्ड के नतीजे घोषित किए हैं, और प्रीति ने कक्षा 12वीं की परीक्षा में पूरे छत्तीसगढ़ में तीसरा स्थान हासिल कर न सिर्फ अपने माता-पिता बल्कि शिक्षकों के साथ-साथ जिले का भी मान बढ़ाया है.
आपको बता दें कि प्रीति के पिता राजमिस्त्री और मां मजदूरी कर किसी तरह से अपना गुजारा करते है. प्रीति के परिवार में उसकी चार बहने, दो भाई, माता-पिता और दादी को मिलकर कुल 10 सदस्य रहते है, इन सभी की जिम्मेदारी प्रीति के पिता पर है. वे और उनकी पत्नी स्वयं पढ़े लिखे नहीं है लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को आर्थिक अभाव के बीच पढ़ाई करने से कभी नहीं रोका, जिसका परिणाम आज सबके सामने है।
प्रीति ने बताया कि उनकी घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, लेकिन पढ़ाई करने का मन था. इसके लिए माता-पिता ने साथ दिया, पुस्तक कापी के लिए पैसे नहीं थे तो दूसरों से मांगकर पढ़ाई करना पड़ा. प्रीति ने बताया कि उसके माता-पिता के अलावा शिक्षकों ने भी उनका बखूबी साथ दिया। उन्होंने पढ़ाई से जुड़ी हर समस्या का हल निकालने में प्रीति की मदद की. प्रीति ने कहा माता-पिता और शिक्षाओं की वजह से ही वह आज छत्तीसगढ़ में टॉपर्स की सूची में स्थान बना सकी. बता दें कि प्रीति आगे और पढ़ाई कर शिक्षा के क्षेत्र में या बैंकिंग क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है.
प्रीति की शिक्षिका अल्का राठौर ने बताया कि प्रीति में पढ़ाई के प्रति काफी लगन है, जिसको देखते हुए हमने उसकी एक्सट्रा क्लास ली, पिछले 5 साल के प्रश्न पत्रों को हल करवाया और उसके छोटे से छोटे डाउट्स को क्लियर किया, जिसका परिणाम आज सबके सामने है. प्रीति की सफलता पर अल्का ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते 14 साल हो गए है, लेकिन उन्हें आज लग रहा है कि उनकी शिक्षा सार्थक हो गई और उनकी पढ़ाई छात्रा ने उनका नाम भी रौशन कर दिया.
कलेक्टर ने सम्मानित कर रात्रिभोज के लिए किया आमंत्रित
12 वीं कक्षा में प्रदेशभर में तीसरा स्थान हासिल कर प्रीति यादव ने ये तो साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं और होनहार छात्रों की कमी नहीं है, कमी है तो लगन की. आज कलेक्टर केएल चौहान ने अपने चेम्बर में प्रीति यादव के साथ उसके माता-पिता गुरूजनों का सम्मान किया, साथ ही उन्हें डिनर के लिए भी आमंत्रित किया.
कलेक्टर केएल चौहान ने कहा- आज पांच बेटियों ने अपने माता-पिता, गुरूजनो एवं स्कूलों के साथ जिले और छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है और इसमें सबसे खास बात यह है कि इनमें छोटे से गांव करही बाजार की गरीब मजदूर परिवार की बेटी प्रीति यादव भी है. जिसने अभावों के बीच पढ़ाई कर छत्तीसगढ़ में टॉप 10 में जगह बनाकर साबित कर दिया कि गरीबी या शिक्षकों की कमी बाधक नहीं होती. यदि मन में लगन हो, कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो और लक्ष्य निर्धारित हो तो सफलता अवश्य कदम चुमती है. मैं प्रीति यादव को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं’.