Special Story

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भारतीय संस्कृति पर केन्द्रित फिल्में आज भी हैं समसामयिक: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 25, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को कालिदास अकादमी परिसर…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन सेवाधाम में बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन सेवाधाम में बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन

ShivMar 25, 20251 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को उज्जैन में…

भारत-भूमि की सनातन संस्कृति में जन्म होना हमारा सौभाग्य : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भारत-भूमि की सनातन संस्कृति में जन्म होना हमारा सौभाग्य : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 25, 20254 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत-भूमि…

राज्य सरकार हर कदम-हर समय नागरिकों के साथ खड़ी है : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

राज्य सरकार हर कदम-हर समय नागरिकों के साथ खड़ी है : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 25, 20251 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कुष्ठ रोगियों के साथ…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नवाचारों से बेहतर हुआ प्रदेशवासियों का जीवन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नवाचारों से बेहतर हुआ प्रदेशवासियों का जीवन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

ShivMar 25, 20253 min read

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को…

March 25, 2025

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महतारी एक्सप्रेस कुप्रबंधन का शिकार, दो केंद्रों के लिए एक ही एंबुलेंस…

गरियाबंद।     जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत 24 घंटे सेवा देने वाली महतारी एक्सप्रेस (डायल 102) कुप्रबंधन का शिकार हो यगा है. दरअसल, जिले के दो केंद्र पिछले डेढ़ माह से एक ही महतारी एंबुलेंस और एक चालक के सहारे है. जिससे 177 प्रसव के मामलों में 39 प्रसूताओं को ही इमरजेंसी सुविधा मिल सकी.

दिसंबर महीने के बाद चालक की लापरवाही उरमाल पीएचसी का महतारी एक्सप्रेस से दुर्घटना ग्रस्त हो गया, वाहन को गैरेज भेजा गया और चालक को निकाल दिया गया. जिसके बाद से उरमाल पीएचसी और देवभोग सीएचसी एक ही एंबुलेंस के सहारे चलना शुरु हो गया. चालक सत्या दोनों केंद्र का जिम्मा संभाल रहा था. देवभोग और उरमाल में 177 हितग्राहियों में केवल 39 को ही इमरजेंसी सेवा महतारी एंबुलेंस के जरिए मिल सकी. बाकी 138 हितग्राहियों को महतारी एंबुलेंस की इमरजेंसी सेवा नहीं मिल पाने से उन्हें निजी वाहनों की मदद लेनी पड़ी.

इस कुप्रबंधन को लेकर गरियाबंद सीएमएचओ गार्गी यदु पाल ने कहा कि वाहन खराब होने की जानकारी मिली थी, अनुबंधित संस्था के समन्वयक को सुधार के लिए कहा गया था. जल्द ही समीक्षात्मक बैठक लेकर महतारी एक्सप्रेस की विस्तृत जानकारी लेकर व्यवस्था दुरुस्त करने कहा जाएगा.

अस्पतालों से प्राप्त रिकॉर्ड के मुताबिक, 1 दिसंबर से 10 जनवरी तक उरमाल पीएचसी में कुल 117 संस्थागत प्रसव हुए, जिसमें से डॉयल 102 में सिर्फ 22 लोगों को भी सुविधा मिल सकती, संस्था के कॉल पर 98 को घर पहुंचाया जा सका. वहीं सेवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 60 प्रस्ताव में से 17 लोगों को भी सेवा मिल सकीय और 30 से अधिक हितग्राहियों को घर पहुंचाया गया.

लाखों का भुगतान सरकार से लेती है कंपनी

राज्य सरकार ने साईं राम टेक्नो मैनजमेंट से टाइअप किया गया है. जानकारी के अनुसार, संस्था प्रबंधन को एक एम्ब्युलेंस के पीछे दो चालाक और दो एमएलटी रखना है. इन्हें 8 घंटे के बारी-बारी से तीन शिफ्ट में काम करना है. संस्थान की ही वाहन के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी ही योजना की सेवा अनुबंध अनुसार है या नहीं इसे देखते हैं.

जिला समन्वयक एस मूर्ति ने कहा कि जल्द ही एक और चालक की व्यवस्था की जा रही है. अटेंड किए गए सभी कॉल पर बराबर सेवा दिया गया है. पिछले कई महीनों से बेहतर सेवा प्रदान किए जा रहे हैं. कोई भी प्रकार की समस्या की शिकायत नहीं है. अगर ऐसा कुछ है तो संस्था से समन्वय बनाकर सुधर कर लिया जाएगा.