7 जिलों के 52 हजार से अधिक सीटों के लिए निकाली गई लॉटरी, अब बड़े प्राइवेट स्कूलों में पढ़ेंगे निर्धन छात्र
रायपुर- प्रदेश के निजी स्कूलों में निर्धन छात्रों के अध्ययन का सपना साकार होगा. शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में निर्धन छात्र अब पढ़ाई कर सकेंगे. निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सोमवार को ऑनलाइन लॉटरी निकाली गई. इसमें 7 जिलों के स्कूलों में बच्चों को सीट आवंटित की गई.
लोक शिक्षण संचालक दिव्या उमेश मिश्रा ने बताया कि 52 हजार सीट के लिए 74 हजार आवेदन के लिए लॉटरी निकाली गई. लॉटरी छात्रों, पालकों, निजी स्कूल एसोसिएशन और मीडिया की मौजूदगी में निकाली गई. प्रदेश के 52 हजार से ज्यादा सीटों के लिए लॉटरी निकाली गई. इसे 6 हजार से ज्यादा स्कूलों में आवंटित किया जाएगा.
सोमवार को सात जिलों में आवंटित किया गया. राजधानी रायपुर में 5126 सीट में 4655 सीटों में आवंटन किया गया. इस प्रकार दुर्ग 4293 सीट में से 3462 सीटों पर आवंटन किया गया. बिलासपुर के 4558 सीट में 3609 सीटों पर आवंटन किया गया. जगदलपुर के 761 सीट में 702 सीटों पर आवंटन किया गया. जशपुर के 1252 सीट में से 895 सीटों पर आवंटन किया गया. कवर्धा के 1351 सीट में 1248 सीटों पर आवंटन किया गया. राजनादगांव के 1703 में से 1471 सीटों पर आवंटन किया गया.
आरटीआई के तहत 25 प्रतिशत सीटों के लिए स्कूलों में बच्चों को प्रवेश देना होगा. बता दें कि स्कूलों में प्रवेश के लिए प्रथम चरण में लॉटरी और आवंटन की कार्रवाई 20 से 30 मई तक होगी. स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया 1 से 30 जून तक जारी रहेगी. आरटीई के अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाही के लिए निर्धारित कैलेंडर के अनुसार द्वितीय चरण के लिए नए स्कूल पंजीयन (आवेदन) और जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से सत्यापन 15 से 30 जून तक किया जाएगा.