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सात भाजपा मंडलों के पदाधिकारियों की सूची निरस्त, भाजपा प्रदेश कार्यालय से आदेश जारी

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ShivMay 17, 20251 min read

कवर्धा।  छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पंडरिया व कवर्धा विधानसभा…

आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई: 7 स्थानों पर की छापेमारी, अवैध शराब जब्त, 7 आरोपी गिरफ्तार

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ShivMay 17, 20252 min read

रायपुर। आबकारी विभाग जिला रायपुर द्वारा अवैध शराब के विरुद्ध…

मुख्यमंत्री को माँ ने दिया अपना आशीर्वाद—स्नेह से छुआ गाल, हृदय से कहा धन्यवाद

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ShivMay 16, 20252 min read

रायपुर।   बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के करेगुट्टा पर्वत की…

मुख्यमंत्री ने 220 करोड़ रूपए की लागत से बन रही सिद्धबाबा सिंचाई जलाशय परियोजना का किया निरीक्षण

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ShivMay 16, 20252 min read

रायपुर।    सुशासन तिहार के अपने दौरे पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव…

May 17, 2025

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23 साल बाद परिवार को मिले लूटे गए आभूषण, हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने की कार्रवाई

गरियाबंद।    छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में 23 साल के लंबे इंतजार और हाईकोर्ट के सख्त निर्देशों के बाद, आखिरकार देवभोग पुलिस ने 2001 की बड़ी डकैती में लूटे गए सोने-चांदी के आभूषणों को उनके असली मालिक, उरमाल निवासी ओमप्रकाश गोयल के परिवार को सौंप दिया. देवभोग पुलिस ने परिवार और उनके अधिवक्ता ऋषभ अवस्थी की मौजूदगी में जप्त सामग्री को खोला. डकैती के आभूषणों का मिलान करने में पुलिस को 6 घंटे लग गए, जिसमें लूटे गए 15 किलो चांदी और 700 ग्राम सोने के 35 प्रकार के जेवर हैं. इसकी कीमत आज से 23 साल पहले 20 लाख थी.

बता दें, साल 2001 में हुी यह डकैती अविभाजित रायपुर जिले की उस समय की सबसे बड़ी डकैती थी, जिसे शांतिसीलो गैंग ने अंजाम दिया था. इस मामले में पुलिस ने गैंग के 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिनमें गैंग लीडर कैलाश कच्छिम, हरा जानी, मनीराम, और श्यामसुंदर शामिल थे. डकैती में शामिल सभी आरोपियों को निचली अदालत ने सजा सुनाई थी, लेकिन आरोपी हाईकोर्ट में अपील पर चले गए. इसके चलते बरामद आभूषणों की सुपुर्दगी का मामला लंबित हो गया.

थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने इस पूरी प्रक्रिया को न्यायालयीन आदेश का पालन बताया. उन्होंने पुष्टि की कि सभी आभूषण विधिवत रूप से परिवार को दो दिन पहले सौंप दिया गया है.