Special Story

शिक्षा को अपनाए और नशे से दूर रहें: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

शिक्षा को अपनाए और नशे से दूर रहें: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivApr 10, 20253 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज महासमुंद जिले के खल्लारी…

प्रदेश-व्यापी सुशासन तिहार: तीन दिन में मिले तीन लाख से अधिक आवेदन, गांव-गांव, शहर-शहर में लगी समाधान पेटियां

प्रदेश-व्यापी सुशासन तिहार: तीन दिन में मिले तीन लाख से अधिक आवेदन, गांव-गांव, शहर-शहर में लगी समाधान पेटियां

ShivApr 10, 20253 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में जनता-जनार्दन…

समाज की गौरवशाली विरासत को संजोए रखने की जरूरत : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

समाज की गौरवशाली विरासत को संजोए रखने की जरूरत : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivApr 10, 20254 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज धमतरी जिले के…

April 11, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

महापौर प्रत्याशियों की लिस्ट 24-25 जनवरी तक, भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए कसी कमर

रायपुर विधानसभा चुनाव की कामयाब ट्रिक बीजेपी नगरीय निकाय चुनाव में भी अपनाने जा रही है। भाजपा इस बार भी प्रत्याशियों की लिस्ट पहले जारी करने वाली है। आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा सांसद व विधायकों के साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं की हुई बैठक में दो बड़े फैसले लिये गये हैं। बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया है कि 24-25 जनवरी तक महापौर की लिस्ट फाइनल कर जारी कर दी जाये। इसे लेकर पार्टी ने अभी से ही तैयारी के निर्देश दिये हैं।

वहीं एक अन्य फैसले में इस बात का भी निर्णय लिया गया है कि आरक्षण के आधार पर ही प्रत्याशियों का चयन किया जाये। मसलन जो सीट जिस वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है, वहां उसी वर्ग का प्रत्याशी खड़ा किया जाये। दरअसल एससी और एसटी वर्ग के लिए आरक्षित सीट में दूसरे वर्ग के प्रत्याशी नहीं दिये जाते थे, लेकिन मुश्किल सामान्य वर्ग की सीट के लिए होता था, जहां दूसरी जाति या वर्ग के प्रत्याशी के अलावे महिला को भी प्रत्याशी बना दिया जाता था। लेकिन बैठक में स्पष्ट कहा गया है कि सामान्य वर्ग की सीट में सिर्फ सामान्य वर्ग का ही प्रत्याशी होगा।

वहीं महापौर प्रत्याशी के चयन के लिए अभी से ही पार्टी को तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। 24 या 25 जनवरी तक महापौर की लिस्ट फाइनल करने को कहा गया है। दरअसल विधानसभा चुनाव में पहले प्रत्याशी घोषित करने का फायदा भाजपा को मिला था, लिहाजा इस बार निकाय चुनाव में भी भाजपा इसी टैक्टिस को आजमा सकती है। ताकि, निकाय चुनाव में प्रत्याशी को तैयारी का भरपूर मौका मिल सके और कहीं अगर डैमेज की स्थिति दिख रही हो तो उसे कंट्रोल किया जा सके।