छत्तीसगढ़ में तीन दिन बंद रहेंगे शराब की दुकानें, मांस मटन की दुकानों पर भी प्रतिबंध
रायपुर- अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर 22 जनवरी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी और महात्मा गांधी निर्वाण दिवस पर 30 जनवरी को प्रदेश में शुष्क दिवस रहेगा। इस दौरान सभी देशी मदिरा दुकान, विदेशी मदिरा दुकान, कम्पोजिट मदिरा दुकान, प्रिमियम शॉप, एफ.एल. 3 बार, एफ.एल.4 क एवं भण्डारण भाण्डागार को बंद रखने के लिये शुष्क दिवस घोषित किया गया है। वहीँ, छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में 22 जनवरी को स्कूल और कॉलेज के लिए अवकाश की घोषणा की है। राज्य के स्कूल और उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने यह घोषणा की है। इसके साथ ही 22 जनवरी को प्रदेश के सभी मास मटन की दुकानें बंद रहेंगी।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के तहत छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को श्री राम लला दर्शन योजना के तहत अयोध्या ले जाया जाएगा। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार रेलवे विभाग से अनुबंध कर एक ट्रेन बुक करेगी जो हफ्ते में एक दिन चलेगी। जिसमें एक बार में 850 से 1000 श्रद्धालु अयोध्या प्रभु श्री राम के दर्शन करने जाएंगे। ट्रेन में बुजुर्गों और दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उनके साथ सहायक को जाने की जाने की अनुमति होगी। साथ ही डॉक्टर भी तैनात किया जाएगा। साथ ही जिस जिले के श्रद्धालु जाएंगे वहां को कोई जानकार व्यक्ति भी जायेगा। श्रद्धालुओं के रहने और खाने की व्यवस्था शासन की रहेगी।
अग्रवाल ने कहा है कि अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी के ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों और ब्लॉक स्तर पर प्रमुख मंदिरों में सुबह आरती, पूजा और भजन का आयोजन होगा, वहीं इस दिन शाम नदी या तालाब के किनारे गंगा आरती का आयोजन किया जाए। और रौशनी की जाएगी।
बता दें कि 22 जनवरी की तारीख भारत ही नहीं दुनिया के इतिहास में दर्ज होने जा रहा है। इसी दिन अयोध्या में राम लाल के भव्य मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा। छत्तीसगढ़ ही नहीं देश-दुनिया के लोग भी इस इतिहास का साक्षी बनना चाह रहे हैं, लेकिन 22 जनवरी को आम लोग अयोध्या नहीं जा पाएंगे। समारोह में होने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 22 तारीख को केवल आमंत्रण पत्र वालों को ही अयोध्या में प्रवेश करने दिया जाएगा। ऐसे में जो लोग अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं वे जहां हैं वहीं इस उत्सव में शामिल होना चाह रहे हैं। इसी वजह से छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को अवकाश घोषित करने की मांग की जा रही है।
विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों के साथ ही सरकारी कर्मचारी संगठनों के साथ ही प्रदेश के धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी 22 तारीख को अवाकश घोषित करने का आग्रह कर चुके हैं। सरकार की तरफ से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अवकाश घोषित करने का सिलसिला शुरू हो गया है। सरगुजा में 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए अवकाश जारी किया गया है। कलेक्टर विलास भोसकर ने ये आदेश जारी किया है। इसके साथ ही अब प्रदेश के सभी जिलों में 22 तारीख को आकवाश घोषित किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।