मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर खुला पत्रकार भवन, भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने सौंपा था ज्ञापन
रायपुर- भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस) की ओर से संचालित मनेन्द्रगढ़ चैनपुर के पत्रकार भवन को जिला प्रशासन ने बगैर पूर्व सूचना के सील कर दिया था. इस मामले को लेकर पत्रकार संघ छग इकाई के प्रदेश अध्यक्ष नितिन चौबे के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) रीना बाबा साहेब कंगाले से मुलाकात की. सीईओ को पूरे मामले की जानकारी दी और पत्रकार भवन को खोलने की मांग की.
इस पर सीईओ कंगाले ने मनेन्द्रगढ़ के कलेक्टर राहुल वेकंटेश से फोन पर चर्चा की और पत्रकार भवन को खोलने का निर्देश दिया. इसके बाद मनेन्द्रगढ़ चैनपुर के पत्रकार भवन को खोल दिया गया है. इसके लिए भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने सीईओ और जिला प्रशासन का आभार जताया.
संघ ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से आग्रह किया कि किसी भी प्रेस क्लब या प्रेस भवन पर इस तरह की कार्रवाई की पुनरावृत्ति न हो, वे सुनिश्चित करें. कोई शिकायत हो तो अधिकारियों को चाहिए कि वे पत्रकारों का पक्ष जाने बगैर किसी नतीजे पर न पहुंचे. सीईओ कंगाले ने इस विषय में भी संगठन को आश्वस्त किया है.
बीएसपीएस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष नितिन चौबे ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी पूर्व सूचना के किसी प्रेसक्लब या पत्रकार भवन पर जिला प्रशासन ने सील करने की कार्रवाई की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसी घटना की प्रदेश या देश में कहीं भी पुनरावृत्ति भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ बर्दाश्त नहीं करेगा. मनेन्द्रगढ़ चैनपुर में पत्रकारों के लिए विगत वर्ष यह भवन राज्य शासन की ओर से आवंटित किया गया है. तब से यह भवन पत्रकारों के लिखने पढ़ने के केंद्र के रूप में विकसित हुआ है. यही नहीं इस पत्रकार भवन में सभी राजनीतिक, सामाजिक संगठन पत्रकार वार्ता आयोजित करते आए हैं. जिला प्रशासन और शासन की ओर से भी प्रेस कांफ्रेस के अलावा पत्रकारिता से जुड़ी गतिविधियां संचालित हो रही हैं. ऐसे में बिना कारण बताए और पत्रकारों की बिना जानकारी के जिला प्रशासन की ओर से सील लगाकर बंद कर दिया जाना निंदनीय है.
चौबे ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से सफाई आई है कि भवन में राजनीतिक गतिविधि संचालित होने की शिकायत पर यह कार्रवाई एक राजनीतिक संगठन की ओर से की गई थी. उन्होंने कहा कि शिकायत आने पर जिला कलेक्टर को इस मामले में पत्रकार भवन के कार्यालय सचिव जिला अध्यक्ष को नोटिस देकर या मौखिक चर्चा करके पक्ष जानना चाहिए था. ऐसा न करके जल्दबाजी में कलेक्टर ने पत्रकारिता के चौथे स्तंभ के कार्य में बाधा उत्पन्न कर दी थी. पत्रकार भवन को बिना कारण सील किए जाने से पत्रकारों में काफी आक्रोश था. भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला पदाधिकारियों के साथ ही मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र के पत्रकारों ने इसका विरोध करते हुए भवन के सामने धरने पर बैठ गए हैं और आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया.
इस दौरान बीएसपीएस के प्रदेश महासचिव गंगेश द्विवेदी, प्रदेश उपाध्याक्ष सुखनंदन बंजारे, प्रदेश संयुक्त सचिव संतोष महानंद, पत्रकार मोहन तिवारी, रायपुर जिला अध्यक्ष दिलीप साहू, जिला समन्वयक तजिन नाज, चित्रा पटेल, प्रदीप नामदेव, प्रेम निर्मलकर, बलराम पटेल, गणेश राम निषाद, छननू लाल सिन्हार, मनोज मानिकपुरी सहित प्रदेश और जिला पदाधिकारी मौजूद थे.