Special Story

पहाड़ियों में मिला नक्सलियों का बंकर, सोलर प्लेट और हथियार बनाने का सामान बरामद

पहाड़ियों में मिला नक्सलियों का बंकर, सोलर प्लेट और हथियार बनाने का सामान बरामद

ShivApr 19, 20251 min read

बीजापुर।    छत्तीसगढ़ में अब माओवादियों के खात्मे का काउंटडाउन…

वनमंत्री केदार कश्यप ने लघुवनोपज प्रसंस्करण केंद्र का किया अवलोकन

वनमंत्री केदार कश्यप ने लघुवनोपज प्रसंस्करण केंद्र का किया अवलोकन

ShivApr 19, 20251 min read

रायपुर।    प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने आज…

सुशासन तिहारः जनता से सरोकार, बहने लगी खुशियों की बयार

सुशासन तिहारः जनता से सरोकार, बहने लगी खुशियों की बयार

ShivApr 19, 20253 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई में प्रदेश…

छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में तेज हवाओं के साथ होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में तेज हवाओं के साथ होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

ShivApr 19, 20251 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में चिलचिलाती गर्मी के बीच लोगों को राहत…

April 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

संसद में उठा सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनाने का मुद्दा, छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ल ने शून्यकाल के दौरान की मांग

रायपुर। छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ल ने आज संसद में शून्यकाल के दौरान सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देने की मांग की। सांसद राजीव शुक्ल ने कहा कि हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किए गए उत्खनन से पता चला है कि सिरपुर कभी बौद्धों के लिए एशिया के प्रमुख शैक्षिक केंद्रों में से एक था। यहां के हिंदू, जैन, और बौद्ध मंदिरों का समूह, जो पांचवीं सदी से संबंधित है, इस स्थल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वता को दर्शाता है। लक्ष्मण मंदिर, राम मंदिर, गंगेश्वर मंदिर और बौद्ध हेड जैसे प्रमुख स्थल अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित कर चुके हैं।

राजीव शुक्ल ने कहा कि सिरपुर की प्राचीन संरचनाओं की उपस्थिति और उनके संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए, इसे वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाए और इसके संरक्षण और रखरखाव के लिए कदम उठाए जाएँ।

शुक्ल ने यह भी बताया कि इस मान्यता से सिरपुर की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी और छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक महत्वता को बढ़ावा मिलेगा। इस प्रस्ताव की स्वीकृति से सिरपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा और इसके लिए आवश्यक संरक्षण प्रयासों को बल मिलेगा।