मप्र में पर्यटन के साथ निवेश को दिया जा रहा है बढ़ावा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के साथ निवेश को बढ़ा देने के लिए योजना लागू की गई है। उज्जैन में समय के निर्धारण के लिए स्थापित वैदिक घड़ी विश्व में अनूठा उदाहरण है और राजधानी भोपाल जीता- जागता पर्यटन का केंद्र है। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोई बात असंभव नहीं हो सकती है। उनके नेतृत्व में देश पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है। भगवान महाकाल समय के देवता हैं। हमारे जीवन में प्रतिपल, उल्लास और उमंग जगाने वाले हैं। टूर आपरेटर्स भी उसी भूमिका में काम करते हैं। भोपाल जीता-जागता पर्यटन का केंद्र बन गया है। यहां अक्सर बाघ भी देखने को मिलते हैं। बड़ा तालाब बांध निर्माण की उत्कृष्ट शैली का उदाहरण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बदलते दौर में पोलेंड से यूक्रेन तक ट्रेन से यात्रा कर भारत की भूमिका का अहसास कराया है।
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विश्व में भारत के इतिहास, संस्कृति, खानपान, ज्ञान की विविधता को जानने का आकर्षण बढ़ा है। पर्यटन के लिए यह नए अवसरों के द्वार खोलता है। हम सभी को मिलकर एक साथ इस अवसर का लाभ उठाते हुए भारत को वैश्विक पर्यटन का केंद्र बनाने में योगदान देना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में वैश्विक मांग के अनुरूप नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि देश के पर्यटन स्थलों की विशेषताओं और आकर्षण को विश्व के हर कोने में पहुँचाएं और जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र के आर्थिक योगदान को बढ़ाएं। वर्ष 2047 में भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन क्षेत्र अग्रणी भूमिका निभाएगा।
पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने कहा कि हेरिटेज, कल्चरल, स्पिरिचुअल, रेस्पोंसिबल और सेफ टूरिज्म में मध्यप्रदेश की अपनी एक अलग पहचान बनी है। IATO का हिंदुस्तान के दिल में आयोजित यह सम्मेलन निश्चित ही मध्यपप्रदेश पर्यटन को विश्व पटल पर ले जाने में अहम भूमिका निभाएगा।
अधिवेशन का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान आईएटीओ मैनुअल का विमोचन किया गया। आईएटीओ पर केन्द्रित फिल्म का प्रदर्शन किया गया। आईएटीओ द्वारा राजदान होलीडेज के स्व. एम.एल. राजदान को हॉल ऑफ फेम सम्मान दिया गया जिसे उनकी बहू अनीता राजदान ने ग्रहण किया। साथ ही इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड के एमडी और सीईओ पुनीत छटवाल को हॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया गया।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि आईएटीओ का मध्यप्रदेश कन्वेंशन आने वाले कन्वेंशन के लिए एक बेंचमार्क सेट करेगा। उन्होंने सभी आईएटीओ डेलीगेट्स को मध्यप्रदेश भ्रमण के दौरान प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत, समृद्ध संस्कृति और नैसर्गिक सौंदर्य को करीब से जानने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने देश और विदेश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश लाने के लिए प्रयास करने का आग्रह भी किया।
अध्यक्ष आइएटीओ राजीव मेहरा ने आइएटीओ का पर्यटन क्षेत्र में महत्व और भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उपाध्यक्ष आइएटीओ रवि गोंसाई ने आइएटीओ अधिवेशन के उद्देश्य और कार्यों पर प्रकाश डाला।
मनमोहक मध्यप्रदेश : भारत की हृदय भूमि को दर्शाती सांस्कृतिक प्रस्तुति
मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक वैभव एवं नैसर्गिक सौंदर्य को दर्शाने के लिए “मनमोहक मध्यप्रदेश : भारत की हृदय भूमि नामक समवेत सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति का संयोजन संस्कृति विभाग द्वारा किया गया, जिसे सुश्री मैत्रेई पहाड़ी द्वारा निर्देशित किया गया। इस भव्य प्रस्तुति में 53 कलाकारों ने 40 मिनट में विरासत, आध्यात्मिकता और ऐतिहासिक महत्व से समृद्ध मध्यप्रदेश की खूबसूरत तस्वीर नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की। साथ ही कैलाश सिसोदिया एवं साथी, धार ने भील जनजाति का पारंपरिक भगोरिया नृत्य प्रस्तुत कर देश भर से आए टूर ऑपरेटर्स का दिल जीत लिया।
इस अवसर पर प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम इलैयाराजा टी, अपर प्रबंध संचालक पर्यटन बोर्ड बिदिशा मुखर्जी, आईएटीओ के मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह सहित देश भर से आए आईएटीओ के सदस्य और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।