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जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों को हाईकोर्ट ने दी बड़ी राहत, सेवा समाप्ति का आदेश किया निरस्त

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों को हाईकोर्ट ने दी बड़ी राहत, सेवा समाप्ति का आदेश किया निरस्त

ShivApr 19, 20252 min read

बिलासपुर।  न्यायधानी बिलासपुर के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में कथित…

April 19, 2025

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प्रभावी और सुचारू व्यवस्थाओं के लिए नवाचार जरूरी – राज्यपाल मंगुभाई पटेल

भोपाल।    राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने ऑनलाइन विश्वविद्यालय अवकाश प्रबंधन प्रणाली का राजभवन में शुभारम्भ किया। उन्होंने कुलगुरु/कुलपतिगणों के अवकाश प्रबंधन प्रणाली सॉफ्टवेयर को रिमोट का बटन दबाकर लाँच किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलगुरु/कुलपतिगणों से ऑनलाइन चर्चा की। सॉफ्टवेयर के संचालन और सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि व्यवस्थाओं को प्रभावी और सुचारू बनाने के लिए निरंतर नवाचार किए जाने चाहिए। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्थाओं को पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग किए जाने की जरूरत बताई है।

कार्यक्रम में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री मुकेश चंद गुप्ता ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं के प्रभावी और व्यावसायिक संचालन के लिए अवकाश प्रबंधन प्रणाली महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने बताया कि अवकाश प्रबंधन प्रणाली के उपयोग से कागजी कार्रवाई में काफी कमी होगी। प्रशासनिक व्यवस्थाओं में लगने वाले समय की बचत होगी। अवकाश व्यवस्थाओं का प्रबंधन सरलता, पारदर्शिता और सटीक रूप से होगा। उन्होंने बताया कि प्रणाली में शेष अवकाश का विवरण स्वचालित रूप से अपडेट होता रहेगा। वास्तविक समय की जानकारी और अपडेट्स डैशबोर्ड पर निरंतर मिलते रहेंगे। डैशबोर्ड पर सिंगल क्लिक पर अवकाश हेतु कुल आवेदन, स्वीकृत आवेदन, लंबित आवेदन, अस्वीकृत आवेदन, प्रमुख सचिव को वापस भेजे गए आवेदन और कुलगुरू/कुलपति को वापस भेजे गए आवेदनों की स्थिति उपलब्ध रहेगी।

इस अवसर पर राज्यपाल के अपर सचिव उमाशंकर भार्गव, विधि अधिकारी उमेश कुमार श्रीवास्तव, राजभवन आई.टी सेल के प्रभारी जितेंद्र पाराशर, संयुक्त संचालक मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड डॉ. धर्मेंद्र कोष्टा, प्रोजेक्ट मैनेजर कृष्ण गोपाल त्रिपाठी अन्य अधिकारी उपस्थित थे। लोकार्पण कार्यक्रम में प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलगुरु/कुलपतिगण ऑनलाइन शामिल हुए।