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साहसी श्री वारिस खान मध्यप्रदेश का गौरव: मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव

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ShivNov 15, 20241 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजगढ़ जिले के…

प्रदेश में गीता जयंती भव्य रूप में मनाई जाएगी: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivNov 15, 20242 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में…

माँ क्षिप्रा के पावन स्नान का सौभाग्य मिले वर्ष भर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि माँ क्षिप्रा…

November 16, 2024

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Home » बिजली दर में बढ़ोतरी का उद्योग संघ ने किया विरोध, मंत्री टंकराम ने कहा –

बिजली दर में बढ़ोतरी का उद्योग संघ ने किया विरोध, मंत्री टंकराम ने कहा –

रायपुर।     उद्योग संघ के बिजली के दर बढ़ने के विरोध पर मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा, मुख्यमंत्री बहुत ही संवेदनशील हैं. छग की विकास और समृद्धि के लिया काम कर रहे हैं. उद्योगपतियों की समस्या को सुनेंगे और निष्कर्ष निकालेंगे. वहीं पूर्व सांसद रमेश बैस की छग वापसी पर मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा, कांग्रेस पहले अपने घर को संभाले. कांग्रेस में सर फुटव्वल की स्थिति है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एक तरफा हार हुई है. कांग्रेस अपने अंदरूनी लड़ाई झगडे़ को संभाले. रमेश बैस एक कद्दावर नेता हैं, बड़ा व्यक्तित्व है. केंद्रीय नेतृत्व का निर्णय सराहनीय होगा.

पूर्व मंत्री शिव डहरिया के बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री वर्मा ने कहा, रमेश बैस काफी सीनियर लीडर हैं. शिव डहरिया होते कौन हैं रमेश बैस को सलाह देने वाले. टोपी और टी शर्ट बांटने के सवाल पर मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा, हमारे विभाग का इस विषय से कोई लेना-देना नहीं है. विधानसभा में भी मैंने कहा था हमारे विभाग ने ना तो खरीदी किया है ना खरीदी के लिए टेंडर जारी किया है. ना ही भुगतान किया है. टी शर्ट, टोपी कौन खरीदा कौन सा फर्म था यह जांच का विषय है.

कांग्रेस नेता के भाजपा सरकार में कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा वापस लेने के सवाल पर टंकराम वर्मा ने कहा, सुरक्षा किसी के मांगने से नहीं मिलता है, उनके लिए नीति निर्धारण है. यह सुरक्षा विभाग तय करेगा कि किसको कितनी सुरक्षा देनी है. चाहे वह ट्राइबल बेल्ट के हो, चाहे मैदानी इलाके के हो, सुरक्षा का पूरा ध्यान सुरक्षा विभाग रखता है. चाहे वह कोई भी दल का हो, सुरक्षा देना के लिए सुरक्षा विभाग है. उनका काम है, वह मूल्यांकन करते हैं. किसको सुरक्षा की जरूरत है किसको नहीं है. उसके हिसाब से गृह विभाग सुरक्षा मुहैया करवाते हैं.