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छत्तीसगढ़ के पेंशनरों को बड़ी राहत: साय सरकार ने महंगाई राहत दरों में की वृद्धि, आदेश जारी

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May 15, 2025

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दो सूत्रीय मांग को लेकर मितानिन संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल, मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

बलौदाबाजार। प्रदेश स्वास्थ्य मितानीन संघ के आह्वान पर जिला मितानीन संघ अपने दो सूत्रीय मांगों को लेकर 13 दिसंबर से ‘काम बंद-कलम बंद’ हड़ताल पर है। आज बलौदाबाजार में मितानिनों ने जिला स्तरीय प्रदर्शन कर अपनी दो सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री के विष्णु देव साय के नाम नायब तहसीलदार अक्षय तिवारी को ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि मितानीन संघ की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। मितानीन संघ की पहली मांग है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में संविलियन किया जाए और दूसरी मांग है कि वे किसी भी एनजीओ के अंदर काम नहीं करेंगे। संघ का कहना है कि जब तक उनकी ये मांग पूरी नहीं होगी, वह काम बंद-कलम बंद हड़ताल जारी रखेंगे।

मितानीन संघ की प्रदेश अध्यक्ष सरोजिनी सेंगर ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में मितानीन संघ का बड़ा योगदान है। आज पूरे देश में मितानीन स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, पर मितानीनों की लगातार उपेक्षा हो रही है। जिसको लेकर चुनाव के समय मोदी की गारंटी में कहा गया था कि शासन में आते ही उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा, पर आज एक वर्ष हो गया, ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए मितानीन संघ अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर 13 दिसंबर से काम बंद कलम बंद हड़ताल प्रारंभ कर दिया है और निश्चित ही इसका असर स्वास्थ्य सेवा पर पड़ेगा। शासन द्वारा विभिन्न रोगों को लेकर 100 दिन का सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है, निश्चित ही वह कार्य भी प्रभावित होगा।

सरोजिनी सेंगर का कहना है कि हमारी मांग जायज मांग है, जिसमें हमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविलियन किया जाए और दूसरी मांग है कि हम किसी भी एनजीओ के अंदर काम नहीं करेंगे, क्योंकि वे हमारा शोषण ही करते हैं। इसलिए शासन ने चुनाव के वक्त जो वादा हमसे किया था, वह पूरा करे, अन्यथा आने वाले दिनों में और बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा और इस बार हम अपना हक लेकर रहेंगे।