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प्रदेश में खेल अधोसंरचना का निरंतर विकास हो रहा है : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivNov 17, 20243 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश…

खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

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ShivNov 17, 20243 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के…

फ्लैट खरीदी-बिक्री में फर्जीवाड़ा, पटवारी के असिस्टेंट समेत दो आरोपी गिरफ्तार

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ShivNov 17, 20241 min read

बिलासपुर।  फ्लैट खरीदी-बिक्री के मामले में फर्जीवाड़ा करने का मामला…

November 17, 2024

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Home » दिगंबर जैन बड़ा मंदिर की आध्यात्मिक प्रयोगशाला में प्रतिदिन जिनप्रतिमाओं का श्रावक गण कर रहे अभिषेक पूजन

दिगंबर जैन बड़ा मंदिर की आध्यात्मिक प्रयोगशाला में प्रतिदिन जिनप्रतिमाओं का श्रावक गण कर रहे अभिषेक पूजन

रायपुर।     श्री आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर मालवीय रोड रायपुर के जिनालय में पार्श्वनाथ बेदी के समक्ष आध्यात्मिक प्रयोगशाला के माध्यम से प्रतिदिन की तरह आज भी जिनप्रतिमाओ का अभिषेक किया गया। जिनालय के पूर्व उपाध्यक्ष श्रेयश जैन बालू ने बताया की प्रतिदिन की तरह आज दिनांक 26 मई 2024 रविवार को प्रात 8.30 बजे श्रावक गण शुद्ध वस्त्र धोती पहन कर जिनालय की पार्श्वनाथ बेदी के समक्ष उपस्थित हुए। सभी ने सर्वप्रथम मां जिनवाणी का स्तवन कर मंगलाष्टक पाठ के माध्यम से पूजा प्रारंभ कर अक्षत पुष्प चढ़ाएं। शुद्ध प्रासुक जल को जल शुद्धि मंत्र पढ़ कर शुद्ध किया। अभिषेक पाठ प्रारंभ कर पांडुक्षिला में केसर युक्त चंदन से श्रीकार लेखनम कर भगवान पार्श्वनाथ एवं विनायक यंत्र को विराजमान किया गया पंडुकशिला में 4 रजत कलशों को प्रासुक जल भरकर स्थापना की गई। भगवान के समक्ष शुद्ध मंत्र का उच्चारण कर दीप प्रज्वलन किया गया। सभी उपस्थित श्रावको ने समता भाव पूर्वक रजत कलशो से पार्श्वनाथ भगवान का अभिषेक किया। आज रिद्धि सिद्धि सुख शांति प्रदाता शांतिधारा भी की गई जिसे करने का सौभाग्य जित्तू जैन को प्राप्त हुआ। आज की शांति धारा का शुद्ध उच्चारण राशु जैन समता कॉलोनी द्वारा किया गया। शांतिधारा पश्चात सभी ने पार्श्वनाथ भगवान की आरती भक्ति भाव से की विनय पाठ पढ़ कर भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा का मार्जन कर पुनः जिनालय में अपने स्थान में विराजमान किया गया। सभी ने अभिषेक के दौरान उच्चारित मंत्रों से भक्ति और जिनबिम्ब के स्पर्श से पवित्र हुआ सुगंधित जल जो की गन्धोदक कहलाता है। उसे अपने संचित पापों को क्षय करने की उत्तम भावना से नेत्र और ललाट पर धारण किया। तत्पश्चात सभी ने अष्ट द्रव्य से सामुहिक रूप से भगवान का पूजन प्रारंभ किया। आज सभी ने सामुहिक पूजा में सर्वप्रथम देव शास्त्र गुरु पूजन एवं भगवान पार्श्वनाथ की पूजन कर अष्ट द्रव्य से निर्मित अर्घ्य समर्पित किए । अंत में विसर्जन पाठ पढ़ कर पूजन विसर्जन किया गया। आज के इस कार्यक्रम में विशेष रूप से श्रेयश जैन बालू,महेंद्र जैन ( चूड़ी वाले परिवार), संजय जैन प्रेमी परिवार सतना, रानू जैन समता कॉलोनी, जित्तू जैन,प्रणीत जैन ,शुभम जैन,समित जैन,पलक जैन उपस्थित थे।