वन भूमि अतिक्रमण मामले में पीड़ितों ने डीएफओ कार्यालय के बाहर दिया धरना, वन विभाग पर हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना का लगाया आरोप

सरगुजा। अंबिकापुर के डीएफओ कार्यालय में सोमवार को उस समय हंगामा मच गया जब वार्ड नंबर 41 के पार्षद बाबरी इदरसी के नेतृत्व में दर्जनों वार्डवासी सरगुजा वन मंडल के डीएफओ तेजस शेखर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वन विभाग न्यायालय के आदेश का पालन नहीं कर रहा और पीड़ितों की बात तक नहीं सुनी जा रही है.

पूरा मामला अंबिकापुर के श्रीगढ़ स्थित वन भूमि में अवैध कब्जे से जुड़ा है. लगभग तीन माह पूर्व वन विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए 40 घरों को तोड़ा गया था. आज पीड़ित परिवारों ने सरगुजा वन मंडल के डीएफओ कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. पीड़ितों का आरोप है कि वन विभाग हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहा है. न्यायालय ने विभाग को निर्देश दिया था कि वह सभी पीड़ितों का पक्ष लिखित में लेकर 7 अप्रैल तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करे, लेकिन विभाग के अधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं.

जनवरी माह में सरगुजा वन मंडल द्वारा श्रीगढ़ गांव में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण का मामला सामने आया था. विभाग ने 60 घरों को नोटिस जारी कर तुरंत कार्रवाई की थी, जिसमें 40 घरों को तोड़ दिया गया. हालांकि, बाद में हाईकोर्ट ने इस कार्रवाई पर रोक लगा दी और विभाग को निर्देश दिए कि वह विस्तृत जांच कर सभी प्रभावितों से लिखित पक्ष लेकर न्यायालय को रिपोर्ट सौंपे.

पीड़ितों का आरोप है कि अब तक न तो जमीन की नापजोख कराई गई है और न ही उनका पक्ष लिया गया है. उनका कहना है कि विभाग न्यायालय के आदेश की अनदेखी कर रहा है, जिससे उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा. इसी के चलते आज उन्हें विवश होकर डीएफओ कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करना पड़ा.
वहीं इस मामले में डीएफओ तेजस शेखर का कहना है कि पूरे मामले की जांच चल रही है और सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं.