Special Story

शहरों के चहुंमुखी विकास में स्थानीय निकायों का भरपूर सहयोग करेगी सरकार – अरुण साव

शहरों के चहुंमुखी विकास में स्थानीय निकायों का भरपूर सहयोग करेगी सरकार – अरुण साव

ShivMar 3, 20252 min read

रायपुर।   उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण…

स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान: श्याम बिहारी जायसवाल

स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान: श्याम बिहारी जायसवाल

ShivMar 3, 20253 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में वित्त मंत्री ओपी…

छत्तीसगढ़ बजट 2025-26: समावेशी विकास को गति देने वाला बजट – उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

छत्तीसगढ़ बजट 2025-26: समावेशी विकास को गति देने वाला बजट – उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

ShivMar 3, 20253 min read

रायपुर।     उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज प्रस्तुत छत्तीसगढ़ बजट…

March 3, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

युवाओं के समग्र विकास में उच्च शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका – श्री हरिचंदन

रायपुर-    ‘शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर जगदलपुर का चतुर्थ दीक्षांत समारोह राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि उच्च शिक्षा युवाओं के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए उन्नत ज्ञान, कौशल और अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह में 93 छात्रों को गोल्ड मेडल, 43 छात्रों को पीएचडी और एक मानद उपाधि प्रदान की गई।

समारोह में राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अपने उद्बोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के माध्यम से युवा गंभीर सोच क्षमताओं, रचनात्मकता और नैतिक मूल्यों को प्राप्त करते हैं, जो उन्हें जटिल चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। यह बेहतर करियर संभावनाओं के द्वार खोलता है, आर्थिक विकास में योगदान देता है और अपने समुदायों में सशक्त नेताओं और सक्रिय नागरिकों को तैयार करता है। एक साक्षर युवा किसी भी समाज, राज्य या देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करता है।

उन्होंने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ सरकार विशेष रूप से युवाओं से अपेक्षा करती है कि वे शांति, सद्भाव और प्रगति के मूल्यों को बनाए रखते हुए अपने समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय रूप से भाग लें। उन्हें रोजगार क्षमता बढ़ाने और क्षेत्रीय विकास में योगदान देने के लिए शिक्षा और कौशल विकास पहल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने उपाधि और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी और शोधकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि बस्तर समृद्ध, प्राकृतिक प्रचुरता और जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं से समृद्ध भूमि है। प्रकृति ने बस्तर को अप्रतिम सौंदर्य का उपहार दिया है। इसके हरे-भरे जंगल, बहती नदियाँ और खनिज युक्त मिट्टी इसकी पारिस्थितिक समृद्धि का प्रमाण हैं। बस्तर के आकर्षण के केंद्र में इसकी जीवंत सांस्कृतिक पच्चीकारी निहित है। गोंड, माड़िया और मुरिया जैसी जनजातियों ने अद्वितीय भाषाओं, रीति-रिवाजों और कला रूपों का पोषण किया है। बस्तर में आधुनिकता को अपनाते हुए सतत विकास, सांस्कृतिक संरक्षण और समावेशी विकास को बढ़ावा देने की पहल की जा रही है।

श्री हरिचंदन ने कहा कि आधुनिक उपकरणों, प्लेटफार्मों और संसाधनों तक पहुंच के साथ, आज के युवाओं के पास गरीबी, असमानता, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य देखभाल जैसी गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करने की क्षमता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्न्ता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय को केंद्रीय परियोजना ‘‘मेरु‘‘ के तहत 100 करोड़ रुपये के अनुदान की स्वीकृति मिली है, जिससे विश्वविद्यालय में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, जिनमे कई विभागों का संचालन भी शामिल है। ‘‘विकसित भारत‘‘ /2047 अभियान में शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के छात्रों की सक्रिय भागीदारी पर भी उन्होंने खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 2047 तक पूर्ण विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक पूरी पीढ़ी को शामिल करने के लिए एक मंच है। हम सब मिलकर एक प्रगतिशील और समावेशी भारत के निर्माण की दिशा में प्रयास करना जारी रखें।

कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर के निदेशक प्रोफेसर राम कुमार काकानी ने दीक्षांत भाषण दिया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि बस्तर अंचल में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है। विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर निकले सभी स्नातक एवं स्नाकोत्तर छात्र बस्तर के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने इस समारोह में पिछले दो सत्रों में 93 स्वर्ण पदक प्राप्त युवाओं से भेंट की, जिसमें 71 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता बस्तर और सरगुजा के विकास की है। जनजातीय क्षेत्र को भी विकास की दौड़ में आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं पिछड़े क्षेत्रों को आगे लाने के लिए अनेक योजनाएं प्रारंभ की हैं।

श्री साय ने कहा कि बस्तर में बेटियां पढ़ रही हैं यह बहुत सुखद है। यहां शिक्षा को लेकर सकारात्मक परिवर्तन आया है। प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के मेरु योजना के अंतर्गत 100 करोड़ रुपए का अनुदान दिया है। इस अनुदान से बस्तर में उच्च शिक्षा के एक नये युग की शुरुआत होगी।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को 20 नये विभागों में 33 नये पाठ्यक्रम आरंभ करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन नये पाठ्यक्रमों में बहुत से पाठ्यक्रम ऐसे हैं जो उद्यम के इच्छुक युवाओं के लिए काफी उपयोगी हैं।

इस अवसर पर पद्मश्री धर्मपाल सैनी, वनमंत्री केदार कश्यप, जगदलपुर विधायक किरण देव, कमिश्नर श्याम धावड़े, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, कुलसचिव अभिषेक कुमार बाजपेई अन्य गणमान्य अतिथि, प्राध्यापक, फेकल्टी मेम्बर सहित विश्वविद्यालय के विद्यार्थीगण उपस्थित थे।