Special Story

गोदाम के पीछे सेप्टिक टैंक में मिला 5 साल पुराना नरकंकाल, DNA टेस्ट के लिए भेजा गया रायपुर

गोदाम के पीछे सेप्टिक टैंक में मिला 5 साल पुराना नरकंकाल, DNA टेस्ट के लिए भेजा गया रायपुर

ShivMay 17, 20251 min read

धमतरी।   जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र के ग्राम भोयना से…

दो दलों के जनप्रतिनिधियों में छिड़ी जुबानी जंग, अफसरों ने दखल देकर कराया मामला शांत

दो दलों के जनप्रतिनिधियों में छिड़ी जुबानी जंग, अफसरों ने दखल देकर कराया मामला शांत

ShivMay 17, 20252 min read

गरियाबंद। जिले के खोखरा पंचायत में आयोजित समाधान शिविर में…

स्काईवॉक को लेकर गरमाई सियासत: PCC चीफ बैज ने कसा तंज, कहा- “ये स्काई वॉक नहीं कमीशन वॉक है”

स्काईवॉक को लेकर गरमाई सियासत: PCC चीफ बैज ने कसा तंज, कहा- “ये स्काई वॉक नहीं कमीशन वॉक है”

ShivMay 17, 20252 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर के दिल जयस्तंभ चौक से शास्त्री चौक तक…

May 17, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिलासपुर का किया निरीक्षण

रायपुर।     स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज बिलासपुर में सिम्स के विस्तार के रूप में कोनी में बन रहे मल्टी स्पेश्यालिटी हास्पिटल भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने 31 अक्टूबर 2024 तक तमाम निर्माण, खरीदी एवं भर्ती के कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि राज्य स्थापना सप्ताह के दौरान इसका लोकार्पण किया जा सके। उन्होंने अस्पताल भवन एवं अब तक उपलब्ध की गई सुविधाओं का सूक्ष्मता से अवलोकन किया।

उल्लेखनीय है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की संयुक्त वित्तीय भागीदारी से लगभग 200 करोड़ रूपये की लागत से इस अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। छह गंभीर रोगों के मरीजों के इलाज के लिए इसमें 240 बेड की सुविधा है। नया मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल ग्राउण्ड फ्लोर सहित 10 मंजिलों में बना है। मंत्री ने सभी मंजिलों में बने सुविधाओं और मशीन उपकरणों का निरीक्षण किया। सिम्स के इस विस्तारित  अस्पताल भवन में छह विशेषज्ञ वाले विभाग- नेफोलॉजी, यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, सीटीव्हीएस, न्यूरोलॉजी और न्यूरो सर्जरी शामिल हैं। भवन का निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग और उपकरणों की खरीदी केन्द्र सरकार की एजेन्सी हाईट्स द्वारा की जा रही है।

श्री जायसवाल ने अस्पताल शुरू करने के पहले फॉयर ऑडिट और लिफ्ट की ऑडिट कराने लेने के निर्देश दिए। मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के ग्राउण्ड फ्लोर में रेडियोलॉजी एवं केजुअल्टी की व्यवस्था है। पहले और दूसरे मंजिल में ओपीडी, तीसरी मंजिल में प्रशासनिक भवन, चौथी मंजिल में ऑपरेशन थियेटर और कैथलैब, पांचवी मंजिल में सर्विसेस के साथ छठवें से दसवें तक मेडिकल वार्ड होंगे। उन्होंने अस्पताल में ट्रायल शुरू करने के निर्देश दिए ताकि जो कमियां सामने आएंगी उन्हें समय रहते सुधारा जा सके। उन्होंने समीप में ही बन रहे कैंसर इंस्टीट्यूट भवन की भी जानकारी ली और मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सिम्स का नया भवन भी इसी परिसर में बनेगा। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 700 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।

इस अवसर पर विधायक सुशांत शुक्ला, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ , कमिश्नर चिकित्सा शिक्षा किरण कौशल, संचालक स्वास्थ्य ऋतुराज रघुवंशी, एमडी सीजीएमएससी पद्मिनी भोई, एनएचएम के एमडी जगदीश सोनकर, संयुक्त सचिव अभिजीत सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।