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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलदाकछार में दी कई सौगातें: महानदी में होगा तटबंध निर्माण, चौक में लगेगी हाई मास्ट लाइट

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ShivMay 9, 20252 min read

रायपुर।   प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलौदाबाजार…

हनुमान मंदिर से मूर्ति चोरी, हिंदू संगठनों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस

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ShivMay 9, 20252 min read

पथरिया। मुंगेली जिले के लछनपुर मार्ग पर स्थित दक्षिण मुखी…

DMF घोटाले में बड़ी कार्रवाई : ACB-EOW ने 4 अफसरों को किया गिरफ्तार, सभी 13 मई तक रिमांड पर भेजे गए, करोड़ों के गबन का आरोप

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ShivMay 9, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में डीएमएफ घोटाला मामले में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने बड़ी…

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच AIIMS दिल्ली में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, आदेश जारी…

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ShivMay 9, 20251 min read

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनावपूर्ण हालात को…

May 10, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फर्म पर GST का छापा: 2 करोड़ की चोरी का खुलासा

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जीएसटी का अपवंचन करने वाले वाणिज्यिक फर्मों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी सिलसिले में राज्य वाणिज्यिक कर विभाग ने बीजापुर जिले में स्थित सड़क निर्माण करने वाली फर्म मेसर्स सुरेश चंद्राकर के परिसरों पर विगत 27 दिसंबर को निरीक्षण किया।

प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि फर्म ने विगत वित्तीय वर्षों में 2 करोड़ से अधिक की अपात्र इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया है। वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि राज्य वाणिज्यिक कर विभाग की जांच में पाया गया है कि फर्म द्वारा विगत वर्षों में पात्रता से अधिक आईटीसी दावों की पहचान की गई है। वाहनों और कपड़ों जैसे अपात्र वस्तुओं पर आईटीसी का दावा किया गया जो जीएसटी प्रावधानों के खिलाफ है। व्यावसायिक स्थल पर आवश्यक रिकॉर्ड और चालान अधूरे पाए गए हैं। सीमेंट और सरिया के क्रय दिखाकर बड़ी राशि का इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया गया है, उस अनुपात में बिटूमीन क्रय नहीं दिखाया है।

विक्रेता ने इन विसंगतियों को स्वीकार करते हुए 30 दिसंबर 2024 को 30 लाख रूपये टैक्स का प्रारंभिक भुगतान किया है। अन्य भुगतान दस्तावेजों के सत्यापन के बाद भी लंबित हैं। विभाग द्वारा जीएसटी रिटर्न और बैंक विवरणों के मिलान सहित रिकॉर्ड की विस्तृत जांच की जा रही है, जिससे अंतिम देयता निर्धारित की जा सके।

उल्लेखनीय है कि जीएसटी अपवंचन के मामलों में मिल रही शिकायतों के मद्देनजर राज्य में वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न स्थानों पर वाणिज्यिक फर्माें की जांच की जा रही है। वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा ऐसे मामलों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।